हुक्का बारो को लेकर राजधानी पुलिस गंभीर, हुक्काबारों के संचालको को दी गई चेतावनी...
रायपुर| छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुक्का बारो को लेकर पुलिस अलर्ट हो गई है| हुक्काबारों को बंद कराया जाएगा। इसके लिए सभी को चेतावनी देना शुरू कर दिया गया है। दूसरी ओर एसएसपी ने थानेदारों को भी सख्त निर्देश जारी कर दिया है।
120 से अधिक हुक्काबार संचालित-
उन्हें अपने-अपने इलाके में संचालित हुक्काबारों की जानकारी लेकर बंद कराने कहा गया है। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई है कि जांच-कार्रवाई के बाद भी कोई हुक्काबार चलने की सूचना मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। रायपुर में छोटे-बड़े 120 से अधिक हुक्काबार संचालित हो रहे हैं, जिसकी महीने की आय करोड़ों रुपए में पहुंच गई है।
बड़े होटलों व् ढाबो तक फैला कारोबार-
हुक्काबार छोटी-कॉलोनियों से लेकर बड़े होटलों तक में फैला है। सिविल लाइन, तेलीबांधा, विधानसभा, माना, मंदिरहसौद, आमानाका, कबीरनगर, डीडी नगर, खमतराई, उरला आदि लगभग हर दिशा में आउटर के रेस्टोरेंट, होटल, ढाबों के अलावा शहर के बड़े होटलों में भी हुक्काबार संचालित किया जा रहा है। कुछ लोगों की एक दिन की कमाई 40-50 हजार रुपए से अधिक की है।
नाबालिग लेते है जम कर मजा-
हुक्का पीने के शौकीनों में नाबालिगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हुक्काबार वाले उन्हें आकर्षित भी करते हैं। इसके लिए मंथली ऑफर के अलावा कपल्स के बैठने की सुविधा भी देते हैं। हुक्काबारों का समय सीमा नहीं रहता है। सुबह से देर रात तक चलता है।
फ्लेवर के साथ तंबाकू और गांजा-
हुक्काबार गंजेडि़यों का अड्डा भी बन गया है। दरअसल हुक्का में लगने वाले फ्लेवर को बदलकर उसके जगह पर तंबाकू और गांजा मिलाकर दिया जाता है। यह गांजा पीने का शौक रखने वालों के लिए होता है। उनके लिए अलग से बैठक व्यवस्था करते हैं।
राजधानी में तीन लोग बेचते है प्लेवर-
120 से अधिक हुक्काबारों में रोज लाखों रुपए के अलग-अलग फ्लेवर खपते हैं। फ्लेवर अरब कंट्री से मुंबई पहुंचता है और मुंबई से फिर अन्य शहरों में जाता है। रायपुर में केवल तीन लोग फ्लेवर बेचते हैं। उनके पास से रोज लाखों रुपए का फ्लेवर दूसरे हुक्काबार वाले खरीदते हैं। इनमें एक व्यक्ति ने रायपुर में सबसे पहले हुक्काबार शुरू किया था।
रूपये के हिसाब से समय-
हुक्का में अलग-अलग फ्लेवर लगते हैं, जिससे निकलने वाले सुगंधित धुएं का नशा करते हैं। एक फ्लेवर 300 से 500 रुपए का होता है और एक से डेढ़ घंटे तक चलता है। इसके बाद दूसरा फ्लेवर खरीदना होता है। बड़े होटलों और रेस्टारेंट में इसकी कीमत 2 से 3 रुपए अधिक रहती है।
नए साल के जश्न में धुँआ ही धुँआ-
नए साल के आगाज में जिन होटलों-रेस्टोरेंटों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। वहां हुक्का पीने की व्यवस्था भी अलग से की गई थी। ग्राहकों की विशेष मांग पर हुक्का पिलाया गया था। हुक्का पीने वालों में नाबालिगों के साथ युवतियां भी शामिल हैं। उनमें भी इसका नशा तेजी से बढ़ा है।
कार्रवाई को लेकर मशक्कत-
पुलिस ने हुक्काबार बंद कराने की तैयारी शुरू कर दी है। छोटो होटलों-रेस्टोंरेंट में पुलिस आसानी से हुक्का बंद करवा सकती है, लेकिन बड़े होटल उनके लिए चुनौती बनेंगे। सूत्रों के मुताबिक 20 से ज्यादा हुक्काबार शहर के बड़े होटलों में चल रहे हैं। उनकी कभी जांच नहीं हुई है। आगे भी कार्रवाई को लेकर मशक्कत करनी पड़ सकती है।हालांकि हुक्कबार संचालित करने वालों का मानना है कि अप्रैल तक प्रशासन की स्थिति स्पष्ट होगी।
रायपुर एसएसपी आरिफ शेख के अनुसार- सभी थानेदारों को हुक्काबारों की जांच और कार्रवाई के लिए कहा गया है। कार्रवाई के बाद भी हुक्काबार संचालित होने की सूचना पर संबंधितों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही हुक्काबार संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।