तालाब में मिले शव की गुत्थी सुलझी: पुत्र, बहू और नाती ने की थी हत्या, सभी गिरफ्तार
महासमुंद। पिलवापाली हत्याकांड मामले में पिथौरा पुलिस ने मृतिका के पुत्र, बहू एवं नाती को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से तीनों को न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया। परिजनों ने मात्र इसलिए उक्त हत्या को अंजाम दिया कि वृद्धा घर के आंगन में हुए एक गड्ढे को पोला पर्व पर मिट्टी का काम नहीं करने की ग्रामीण मनाही के बाद भी काम कर रही थीं। ग्राम पिलवापाली के आश्रित ग्राम झुनगा बारी में विगत तीज के दिन एक वृद्धा का शव तालाब में मिला था। पुलिस ने शव बाहर निकाला तो उसमें बंधा हरी साड़ी का टुकड़ा और साड़ी के साथ बंधे इंट पत्थर वृद्धा के डूबकर मरने की बात का खंडन करते दिख रहे थे।
प्रथम दृष्टया ही मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था। इस मामले को थाना प्रभारी एनके स्वर्णकार ने चुनौती के रूप में लिया और गांव में अपने मुखबिर सक्रिय कर दिए। इसके बाद संदेह के आधार पर श्री स्वर्णकार ने एसडीओपी पुपलेश पात्रे के मार्गदर्शन में मृतका के पुत्र मन्नू लाल पटेल को बुलाकर उससे पूछताछ प्रारम्भ की। पुलिसिया पूछताछ में पुलिस द्वारा कुछ साक्ष्य दिखाने के बाद मन्नू टूट गया और पुलिस के सामने अपना अपराध कबूल कर लिया। मृतिका के पुत्र मन्नूलाल ने पूरी घटना में उसकी पत्नी मायावती पटेल एवं पुत्र रामप्रसाद पटेल (24) की संलिप्तता भी स्वीकार की. घटना पोला पर्व के दिन की है। ग्रामीण मान्यता के अनुसार पोला पर्व के दिन किसी के यहां भी मिट्टी का काम करने की सख्त मनाही होती है पर कार्तिकमती के घर में पुत्र एवं नाती अपनी दुपहिया घर के बरामदे में खड़ी करते थे जिससे वहां हुए गड्ढे को वृद्धा ईंट से दबाकर भर रही थी। जिसे पुत्र मन्नू ने रोकने की कोशिश की पर वृद्धा ने उसकी बात अनसुनी कर दी थी। इसके बाद पुत्र ने उसे एक मुक्का मारा और काम करने से रोक दिया। पर अत्यंत वृद्ध हो चुकी मां इस मार से विचलित हो गई। घर में उसे खाना नहीं मिलेगा सोचकर वह पड़ोस की एक दुकान में बिस्कुट लेने गई तब दुकानदार ने उससे खाने के समय बिस्कुट लेने की बात पूछी तब वृद्धा ने उसके साथ हुई मारपीट की घटना दुकानदार को बता दी।
जब यह बात मन्नू और उसके पुत्र को पता चली तब उन्होंने योजना बनाकर रात में ही अपनी माँ कार्तिकमोती की हत्या कर शव को घर में रखी एक पुरानी हरी साड़ी में पत्थर के साथ बांधकर गांव के तालाब में फेंक दिया। बहरहाल, पुलिस ने घटना में मृतिका के पुत्र मन्नूलाल के साथ शामिल पत्नी मायावती एवं पुत्र रामप्रसाद को हत्या एवं जुर्म छुपाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पूरे मामले में प्रशिक्षु डीएसपी अपूर्वा सिंह सहित एएसआई प्रकाश नागरची, प्रआ कुबेर जायसवाल, सुरेश परिहार, आरक्षक मिहिर बीसी, जुनैद खान एवं हीरालाल मिश्रा का योगदान रहा।