दंतेवाड़ा से राजनांदगांव लौटे दो श्रमिकों की मृत्यु पर मचा बवाल, जाने क्या है यह पूरा माजरा
राजनांदगांव। वर्तमान समय में देश एवं प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते हो रही मौतों के सिलसिले में जहां शासन-प्रशासन चौकन्ना है वहीं लोगों की आवाजाही के दौरान संबंधित क्षेत्रों में पहुंचने पर संक्रमित कोरोना वायरस की दहशत के चलते बवाल मचने की जानकारी राजनांदगांव से मिली है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बस्तर से दो श्रमिकों के राजनांदगांव पहुंचने पर उपचार के दौरान हुई मौत पर गलतफहमी के चलते आसपास अस्पताल में हंगामा मच गया। टेस्ट रिपोर्ट आने पर ज्ञात हुआ की उक्त दोनों मरीजों की मृत्यु कोरोना से नहीं हुई और न ही उनके संक्रमित होने के लक्षण उनके शरीर में मिले हैं। जांच में मृतकों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
गौरतलब है कि दंतेवाड़ा से लौटे दो श्रमिकों की राजनांदगांव में अचानक मौत से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया था। कोरोना संकट में दोनों युवकों की मौत की जांच में डॉक्टरों की टीम जुटी हुई थी। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि युवकों की मौत कोरोना से नहीं हुई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगढ़़ के अंतर्गत ग्राम कोकपुर में दो दिनों के भीतर दो श्रमिकों की मृत्यु हुई। मृतक श्री खेमू ठाकुर की 8 मई को और तिलक राम साहू की मृत्यु 9 मई को हो गई। दोनों मृतक रोजी-मजदूरी के लिए दंतेवाड़ा गए थे। मृतक खेमूराम ठाकुर 29 अप्रैल को दंतेवाड़ा से ग्राम कोकपुर लौटा था। दंतेवाड़ा 12 मार्च को गया था। बुखार की शिकायत की वजह से 7 मई को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल राजनांदगांव में भर्ती हुआ। वहां से वह 8 मई को रायपुर मेडिकल कालेज हॉस्पिटल रेफर हुआ। 8 मई को ही उसकी मृत्यु दोपहर 3 बजे मल्टीआर्गन फेल्यर से हुई। 27 अप्रैल को इसका कोरोना संक्रमण के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट जगदलपुर में हुआ था, जो नेगेटिव आया था। अस्पताल से भाग गया था युवक दूसरे मृतक तिलक राम साहू 12 मार्च को कोकपुर से दंतेवाड़ा मजदूरी के लिए गया था। वहां से 17 अप्रैल को पैदल व लिफ्ट लेकर ग्राम कोकपुर पहुंचा था। प्राथमिक इलाज के बाद मेडिकल कालेज हॉस्पिटल राजनांदगांव रेफर किया गया। वहां से 6 मई की सुबह बिना डिस्चार्ज किए अपने मोटर बाईक से अपने ग्राम कोकपुर भाग आया। 9 मई को उनकी मृत्यु हो गई। मेडिकल कॉलेज से मिली जानकारी अनुसार तिलक राम को सिरोसिश लीवर था, जो ज्यादा शराब पीने वालों को होता है। कोरोना के कोई लक्षण इन्हें नहीं थे।