पांच लाख के इनामी माओवादी सहित दो ने किया समर्पण
बीजापुर। बस्तर रेंज में पुलिस द्वारा चलाये जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान व शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर बस्तर आईजी, डीआईजी, कलेक्टर व एसपी के समक्ष पांच लाख के इनामी सहित दो नक्सलियों ने समर्पण करते हुए मुख्यधारा से जुड़ गए है, समर्पण पश्चात दोनों को दस दस हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदाय किया गया ।
जिले में लगातार पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, इस अभियान से अब पुलिस को सफलता भी मिलने लगी है, स्थानीय नक्सलियों का धीरे धीरे बाहर के नक्सलियों से मोह भंग होने लगा है इसी का परिणाम है कि जगरगुंडा-बासागुड़ा एरिया कमेटी सदस्य एवं जनताना सरकार अध्यक्ष पांच लाख के इनामी मड़कम देवा उर्फ माडा ने पुलिस के समक्ष समर्पण करते हुऐ नक्सल गतिविधियों से तौबा कर लिया है। मड़कम देवा 1995 से नक्सली संगठन में शामिल होकर कार्य कर रहा था, इसके ऊपर विस्फोट, आगजनी, पत्रकार साई रेड्डी की हत्या, अपहरण, पुलिस पार्टी पर हमला जैसे कई गम्भीर अपराध थाने में दर्ज है, जिले में मड़कम देवा के खिलाफ अलग अलग थानों में 32 स्थाई वारंट लम्बित है ।वही कुछ दिनों पूर्व पेद्दाकवाली में सन्दिग्ध अवस्था मे मिली महिला सुमित्रा चेपा जो नक्सली संगठन में कम्पनी नम्बर 1 की प्लाटून नम्बर 3 की सदस्य थी, कोरोना के शक में उसे उपचार के लिए बड़े लीडरों द्वारा घर भेज दिया गया था। सुमित्रा चेपा के उपचार और कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट के बाद पुलिस ने पूछ ताछ किया तब सुमित्रा ने खुद को नक्सली होना और प्लाटून 3 की सदस्य बताया। सुमित्रा ने भी पुलिस के सामने समर्पण कर दिया है। सुमित्रा पर भी दन्तेवाड़ा और सुकमा जिले में गम्भीर अपराध दर्ज है। इस दौरान आईजी बस्तर पी सुंदराजन, डीआईजी सीआरपीएफ कोमल सिंह, कलेक्टर रितेश अग्रवाल, एसपी कमलोचन कश्यप सहित जिला बल और सीआरपीएफ के अधिकारी उपस्थित रहे।