बस्तर में बाघ के शिकार का 9वां आरोपी प्राचार्य गिरफ्तार
जगदलपुर । पुलिस और वन विभाग की टीम ने जिस बाघ की खाल बरामद की है उस बाघ का शिकार सामान्य वनमंडल के अंतर्गत आने वाले बचेली-बीजापुर के सरहदी गांव में किये जाने का शक है। जांच में जुटे अफसर शिकार के सही लोकेशन का तो पता नही लगा पाए है लेकिन शुरूआती जानकारी के अनुसार बाघ को हिरौली-पाड़ापरु के जंगलों में फंदे में फंसाया गया था। यही नहीं माना जा रहा है कि 3 साल के शावक को फंसाने के लिए शिकारियों ने पुराने तरीके अपनाते हुए बकरी को चारा बनाया था। हालांकि बाघ का शिकार और उसके खाल को बेचने के मामले में मुख्य भूमिका निभाने वाले बीजापुर के प्राचार्य तक भी पुलिस और वन विभाग की टीम पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि प्राचार्य को रायपुर से हिरासत में लिया गया है पुलिस की एक टीम उसे लेकर बस्तर आ रही है। यहां पूछताछ के बाद मामले में कई बड़े खुलासे होंगे। इसके अलावा एक टीम दंतेवाड़ा से लेकर बचेली तक और एक टीम बीजापुर में पुलिस के साथ जांच में लगी है। इधर मामले में गिरफ्तार पांच पुलिस कर्मियों, दो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और एक ग्रामीण को कोर्ट में पेश किया गया। यहां से अभी आरोपियों को रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।