रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर दर्जनों लोगो से लाखो की ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, धोखा-धड़ी कर फरारी काट रहा था आरोपी...
रायपुर| राजधानी रायपुर में दर्जनों लोगो से नौकरी के नाम पर धोखा धड़ी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है| धोखा धड़ी के मामले को अंजाम देकर आरोपी फरारी काट रहा था और वह बार बार अपना लोकेशन भी बदल रहा था जिस पर पुलिस ने रेड कार्यवाई करके आरोपी विसेसर लाल देवांगन को गिरफ्तार किया|
पढ़े पूरी खबर-
आपको बता दे की राजनांदगांव जिले के ग्राम जंगलेश्वर निवासी पंचराम रजक ने थाना मौदहापारा रायपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी की नौकरी के नाम पर उससे लाखो रूपये हड़प लिए गए है जिस पर थाना मौदहापारा की टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी सहित अन्य लोगों से विस्तृत पूछताछ किया गया। आरोपियों के खाते के संबंध में बैंक से जानकारी प्राप्त किया गया एवं आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण भी किया गया। चूंकि आरोपियान घटना के बाद से लगातार फरार चल रहे थे एवं बार-बार अपना लोकेशन बदल रहे थे। टीम द्वारा आरोपियों की पतासाजी लगातार जारी रखते हुये उनके छिपने के हर संभावित स्थानों में लगातार रेड कार्यवाही करते हुये अंततः आरोपी विसेसर लाल देवांगन को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
पूछताछ में आरोपी विसेसर लाल देवांगन द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर बेरोजगार युवकों को अपने झांसे में लेकर उनसे नगदी रकम लेना स्वीकार करने के साथ ही यह भी बताया कि अब तक लगभग 02 दर्जन बेरोजगार लोगों को अपना शिकार बना चुके है। आरोपी के कब्जे से 02 नग एटीएम कार्ड, 02 नग पासबुक एवं 01 नग मोबाईल फोन जप्त किया गया है। आरोपी विसेसर लाल देवांगन से अन्य आरोपियों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है एवं फरार आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द कर लिया जायेगा।
इस तरह फसाया अपने जाल में-
प्रार्थी पंचराम रजक ने थाना मौदहापारा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह ग्राम जंगलेश्वर तह. एवं जिला राजनांदगांव छ.ग.का निवासी है। ऑनलाइन विज्ञापन के द्वारा रेल्वे विभाग की नौकरी निकाली गयी थी जिसमें रेल्वे विभाग के रेल्वे (आपदा) का वेबसाईड दिया गया था वेबसाईड के माध्यम से आवेदन पत्र मंगाए गये थे आवेदन पत्र के बाद वेबसाईड लिंक में कुछ दिनों बाद परीक्षा की बात कहीं गयी जिसमें परीक्षा आनलाईन कहीं से भी देने की सुविधा बतायी गयी थी परीक्षा के एक माह बाद लगभग रेल्वे साईड से इंटरव्यू का दिनांक पता चला जो कि 5 दिसंबर 2018 से 09 दिसंबर 2018 तक था जिसमे इंटरब्यू के लिये प्रार्थी तथा उसके पुत्र को रायपुर के घड़ी चौक के सामने स्थित रायपुर के कृष्णा काम्पलेक्स में बूलाया गया|
इंटरब्यू के दिन वहा लगभग 300 से ज्यादा उम्मीदवार उपस्थित थे इंटरब्यू के पश्चात् वहां जो अधिकारी थे उनमें से एक अधिकारी के द्वारा कहा गया कि नौकरी के लिये इंटरब्यू ही काफी नही है "आप लोग बहुत मेहनत से यहां तक पहुंचे है परंतु बिना रकम के नौकरी की फाईनल लिस्ट संभव नही है एवं पैसे की बात कही गयी कुल रकम 3,00,000 डिमांड किया गया जिसमें से इंटरब्यू वाले दिन ही 1,50,000 रूपये नगद तथा बाद में खाते पर 1,50,000 रूपये रकम की मांग की गयी|
आपको बता दे की वहा उपस्थित अधिकारी का नाम नरेन्द्र देवांगन बताया गया था उसके साथ और भी अधिकारी साथ में थे। जिनका नाम संभवतः रितेश था प्रार्थी द्वारा 07 दिसंबर 2018 को 1,50,000 रूपये नगद कृष्णा काम्पलेक्स आफिस में नरेन्द्र देवागंन को दिया तथा 1,50,000 रूपये की रकम उनके खाते जो कि यश बैंक में है जिसका खाता क्रमांक 052********** जो कि विसेसर लाल देवागंन नाम से था, प्रार्थी द्वारा 1,50,000 रूपये जमा किया गया तथा प्रार्थी को 15 दिन इंतजार करने को कहा गया एवं बताया गया कि ज्वाइनिंग लेटर दिल्ली से आयेगा कुछ दिन आगे पीछे हो सकता है।
कुछ दिनों बाद प्रार्थी द्वारा नरेन्द्र देवांगन के मोबाईल पर संपर्क करने नौकरी के संबंध में पूछने पर वह गोल मोल जवाब देता था तथा कुछ दिनों बाद नरेन्द्र देवांगन अपने मोबाईल नंबर को बंद कर दिया गया। नरेन्द्र देवांगन से संपर्क नहीं होने पर प्रार्थी ने खाता के अधार पर पता करने की कोशिश भी की किंतु बिलासपुर में उनका घर जहां बताया गया है बैंक एकाउंट के आधार पर गया बिहार नूतन चैक बिलासपुर वहां कोई घर नहीं मिला। नरेन्द्र देवांगन ने नौकरी के नाम पर प्रार्थी सहित 08 और उम्मीद्वारों से रकम लेकर नौकरी न लगाकर धोखाधड़ी किया है, जिस पर आरोपी के विरूद्ध थाना मौदहापारा में अपराध क्रमांक 54/2019 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।