फर्जी कम्पनी का अतिरिक्त निदेशक गिरफ्तार, रकम दोगुना-तिगुना करने का झांसा देकर लोगो से करता था ठगी
कोरबा। साल 2015 में जिला पुलिस के सामने रकम दोगुना-तिगुना करने का झांसा देकर ठगी करने का एक मामला सामने आया था। तुलसीनगर के रहने वाले प्रार्थी कैलाशराम जांगड़े ने बताया था कि इसी तरह के झांसे में आकर उसने डॉल्फि न इंफ्रा पावर प्रोजेक्ट लिमिटेड के डायरेक्टर अनिरू पॉल, कौशिक दत्ता व देबराज मित्रा के पास रकम जमा कराया था। बताया यह भी गया था कि उक्त कंपनी के पास इसी तरह से करीब 15 लाख रुपये जमा कराए गए थे, लेकिन इसी दौरान उन्हें पता चला कि कंपनी के अफ सर अपने कार्यालय बंदकर फ रार हो चुके है। पुलिस ने उक्त तीनो के खिलाफ मामला कायम करते हुए उनकी पतासाजी शुरू कर दी थी।
कार्रवाई में तेजी लाने व आरोपियों की धरपकड़ के लिये जिला एसपी के निर्देश पर पुलिस की एक टीम पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के कोलकाता रवाना किया गया था। यहां पुलिस ने एक सप्ताह तक कैम्प किया और स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपियों की पतासाजी में जुटी रही। इसी खोजबीन के दौरान फ र्जी कम्पनी का एक अतिरिक्त निदेशक कौशिक दत्ता पिता आशीष दत्ता उनके हत्थे चढ़ गया। इसके बाद पुलिस की टीम उसे लेकर कोरबा पहुंची थी और फि र न्यायिक हिरासत में जेल दाखिल कर दिया था हालांकि इस पूरे गिरोह के मास्टर माइंड अब तक फ रार थे जिसकी तलाश की जा रही थी।
इस दौरान पुलिस को फिर से कई महत्वपूर्ण इनपुट प्राप्त हुए और फिर एक बार जिला एसपी के निर्देश पर टीम रवाना हुई। वही इस बार भी पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गिरोह के प्रमुख निदेशक अनिंद्धो पॉल को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उन्होंने सुनियोजित तरीके से अपने निवेशकों को फं सते हुए उनसे करोड़ो रूपये ऐंठी थे। उन्होंने इनमे से करीब 17 करोड़ पश्चिम बंगाल के ही अलग-अलग फ र्मो में निवेश भी कर दिया है। पुलिस अब निवेश किये गए रकम और फ र्मो की जानकारी जुटाने में लगी हुई है। वही दूसरी तरफ पुलिस ने महज 20 दिन के भीतर इस गिरोह के दूसरे मास्टरमाइंड को भी हिरासत में ले लिया है। इस पूरे अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली पुलिस की टीम में सीएसईबी चौकी प्रभारी सउनि जितेंद्र यादव, आर देवनारायण कुर्रे, आर रतन सिंह व अर्जुन सिंह शामिल रहे।