बड़ी खबर : आईपीएस अफसरों का तबादला जल्द, निगम-मंडलों की सूची को भी मिला अंतिम रूप
रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक सर्जरी के लिए जून का महिना मानों मानसून की तरह आया। प्रदेश में महीने की शुरूआत होते ही 28 आईएएस अफसरों का तबादला हुआ, फिर राज्य प्रशासनिक सेवा के 4 अफसर इधर से उधर हुए। अब राज्य में लम्बे समय से लूप लाइन में वनवास काट रहे आईपीएस अफसरों के तबादले की तैयारी चल रही है।
सूत्रों के अनुसार सामान्य प्रशासन मंत्री रुप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईपीएस अफसरों की तबादला सूची को मंजूरी दे दी है। अब कभी भी आईपीएस अफसरों का तबादला आदेश जारी हो सकता है। खबरों के मुताबिक तबादला आदेश में उन आईपीएस अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी, जो लम्बे समय से पुलिस के विभिन्न बटालियन या पुलिस मुख्यालय में सेवा दे रहे हैं। इस सूची में राजधानी के आईपीएस अफसरों के नाम शामिल नहीं होने की भी खबर है।
वहीं राज्य में कांग्रेस की सरकार बने अब ढ़ाई साल पूरे होने जा रहे हैं। 17 जून को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू को शपथ लिए ढ़ाई साल पूरे हो जाएंगे। मुख्यमंत्री के चयन में लगने वाले समय के दौरान बहुत सी चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में गूंजी थी, जो अब पुन: गूंजने लगी है। ऐसे समय में पार्टी के वे तमाम कार्यकर्ता जिन्होंने 15 साल तक सत्ता से बाहर कांग्रेस को सत्ता दिलाई, उन्हें भी सरकारी तोहफे का इंतजार है। प्रदेश के कई निगम और मंडलों में उनके लिए स्थान रिक्त है, लेकिन नियुक्ति में देरी होने की वजह से कार्यकर्ताओं में निराशा उत्पन्न हो रही है। कार्यकर्ताओं में निराशा को देखते हुए सरकार के मुखिया अब निगम और मंडलों की लंबित सूची पर विचार करने लगे हैं। संभावना जताई जा रही है कि यह सूची इसी माह के अंत तक जारी हो जाएगी। इस सूची के जारी होते ही निराशा में डूब रहे प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ता फिर से ऊर्जावान हो जाएंगे। कार्यकर्ताओं की इस ऊर्जा का उपयोग पार्टी आने वाले दिनों में देश के विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव और फिर 2023 में होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तैयारियों में कर सकेगी।