बड़ी खबर: रेमडेसिविर के लिए सुबह से लगी लम्बी क़तार, दुकान खुलने के समय कहा अस्पताल भेज दी गई दवाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ में जिस तरह कोरोना संक्रमण चरम पर है, प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से 10 हजार के पार नए संक्रमित मिल रहे हैं। कोरोना के इलाज के लिए उपयोगी दवा रेमडेसिविर सूत्र का इंजेक्शन भी प्रदेश से लापता हो गया है। प्रदेश भर में पहुंच रही रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप औषधी विभाग के अधिकारी सीधे अपने अधिकार में लेकर सरकारी अस्पतालों को इसकी सप्लाई कर रहे हैं। राजधानी के एक मात्र कुमार मेडिकोज में मिल रही यह दवा सोमवार से लापता हो गई है। कुमार मेडिकोज के संचालक का कहना है कि जितनी भी दवा आज आई है, उसे कोरोना का इलाज कर रहे अस्पतालों को सीधे भेज दिए जाने की बात कह रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल से डॉक्टर्स का प्रिस्क्रिप्शन लेकर मरीजों के परिजन सुबह से ही दवाई मिलने का इंतज़ार करते रहे, लेकिन दवाई नहीं मिलने की जानकारी मिलते ही हताश होकर परिजनों को बैरंग लौटना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि सुबह से ही करीब हजारों की संख्या में मरीजों के परिजन कतारबद्ध हो गए थे, जिसके बाद कुमार मेडिकोज नहीं खुलने की पट्टी दुकान खुलने के समय लगा दी है। आलम यह है कि दुकान बंद होने की पट्टी देख कर मरीजों के परिजन वापस लौट गए, लेकिन कुछ लोग भरी दोपहरी और तेज धूप में भी दुकान खुलने का इंतज़ार करने लगे। कुछ लोग तो दुकान के शटर के पास ही बैठकर खुलने का इंतज़ार समाचार लिखे जाने तक कर रहे हैं।
वहीं सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि अस्पतालों को ही दवाई की खेप मरीजों के लिए पहुंचा दी गई है तो उनके परिजन बाहर दवाई के लिए क्योँ भटक रहे हैं? और यदि नहीं पहुंचाई गई है तो दूकान के संचालक दवाई पहुंचाए जाने की बात क्यों कह रहे हैं। खाद्य और औषधी विभाग के अफसरों को भी इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है।