बेलसोंडा गोलीकांड के दोनों सहआरोपी गिरफ्तार
महासमुंद। बेलसोंडा गोलीकांड के फरार दो सह आरोपियों भरतलाल निषाद (19) और गोपाल यादव (38) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सह आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त 1 नग देशी कट्टा, 1 नग जिंदा कारतूस और दो चाकू जब्त किया गया है। ज्ञात हो कि मामले का मुख्य आरोपी चंद्रशेखर परमार घटना को अंजाम देने के बाद थाने में सरेंडर कर दिया था। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि पूछताछ में मुख्य आरोपी चंद्रशेखर परमार ने बताया कि वह रूपा (अब मृतिका) से प्यार करता था और उससे शादी करना चाहता था पर रुपा के परिजन उसे पसंद नहीं करते थे। जिसके कारण रुपा ने भी उससे बात करना बंद कर दिया था। जिससे वह विचलित हो गया था। उसने उसकी हत्या करने की योजना बनाई। घटना को अंजाम देने की योजना उसकी स्वयं की थी।
आरोपी के अनुसार उसने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या का षडयंत्र रचा। गुरुवार के पहले भी आरोपी ने रूपा को मारने का प्रयास किया था। पहले दिन असफल होने के बाद आरोपी ने दूसरे दिन घटना को अंजाम दिया। घटना में चन्द्रशेखर के दो साथी भरतलाल निषाद और गोपाल यादव शामिल थे। जिन्हें कोतवाली पुलिस ने साइबर सेल के साथ मिलकर शुक्रवार को ही समीप के ग्राम मुढ़ैना में घेराबंदी कर धर दबोचा। आरोपियों ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि वे बुधवार को भी चन्द्रशेखर व भरतलाल निषाद एक साथ रूपा धीवर की हत्या करने बेलसोण्डा तालाब के पास गए थे। जहां रुपा नहाने आती थी। पर उस दिन रुपा नहाने नहीं आई और उनकी योजना असफल हो गई। पर आरोपी चंद्रशेखर पर रुपा की हत्या का खून सवार था। लिहाजा इसके बाद गुरुवार को पुन: नई योजना के साथ तीनों बेलसोंडा पहुंच गए और अपनी योजना को अंजाम दिया। मुख्य आरोपी चंद्रशेखर के अनुसार उसने हत्या में सहयोग करने के लिए भरतलाल और गोपाल को 70 हजार रुपए देने का वायदा किया था। मृतका के पिता ने थाना महासमुंद में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि वहां भगवती हॉटल बेलसोण्डा में काम करने गया था।
करीब 12:45 बजे दोपहर मेरी बहू कलेन्द्री और बड़ी बेटी हेमलता ने मुझे फोन कर बताया कि नदी मोड़ घोड़ारी निवासी चन्द्रशेखर परमार अपने दो अन्य साथियों के साथ घर के पास गली में आया था, करीब 12:30 बजे रूपा को कनपटी पर गोली मार दी है। मैं तुरंत अपने घर पास पहुंचा तो देखा कि मेरी छोटी बेटी रूपा वही गली में जमीन पर चित्त पड़ी हुई थी। रूपा की कनपटी से खून बह रहा था। आनन-फानन में घायल रूपा को ग्रामीण मोटर साइकिल में अस्पताल ले जा रहे थे रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।