बाढ़ में फंसे दंपति के नवजात की हुई मौत, पुलिस ने किया सराहनीय सहयोग
सुकमा। जिले के नक्सल प्रभावित चिंतलनार के मोरपल्ली निवासी दंपति नुप्पो पोज्जे पति नुप्पो जोग को प्रसव पीड़ा हुई। जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में इस दंपती को ज्ञात हुआ कि एक बच्चा गर्भ में ही मर गया था, वहीं दूसरा बच्चे का जन्म सुरक्षित हो गया। जिसके बाद कल उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। एम्बुलेंस से गांव तक छोडऩे के लिए भेजा गया। लेकिन केरलापाल के पास बोदागुडा के पास एनएच 30 जाम हो गया जिसके बाद एम्बुलेंस ने उन्हें वही छोड़ दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एम्बुलेंस के आगे नही जाने से अपने छोटे बच्चे के साथ नुप्पो दंपति चिकपाल पहुंचे। जहां थाना प्रभारी शैलेन्द्र नाग ने सभी फंसे हुए लोगों के साथ नुप्पो दंपति को भी खाना खिलाया। रात में अचानक नवजात बच्चे की तबियत खराब हुई और सुबह नवजात की मौत भी हो गई। जिसके बाद परिजन शव को लेकर गांव जाना चाहते थे। लेकिन रास्ते मे कई जगह बाढ़ के चलते वे गांव नही जा सकते थे। जिसकी जानकारी थाना प्रभारी शैलेन्द्र नाग को लगी, उन्होंने केरलापाल के ग्रामीणों से बातचीत की और शव को केरलापाल में ही दफनाने की व्यवस्था करवाई।
थाना प्रभारी शैलेन्द्र नाग ने बताया कि केरलापाल में एक नवजात बच्चे की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार की व्यवस्था करवाया गया तथा इस दंपती को पैसा व वाहन की व्यवस्था कर उन्हें उनके गृहग्राम भेजने की व्यवस्था की गई।