छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

BIG BREAKING : आईपीएस जीपी सिंह के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू-एसीबी की छापामार कार्यवाही खत्म, 10 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति मिली

BIG BREAKING : आईपीएस जीपी सिंह के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू-एसीबी की छापामार कार्यवाही खत्म, 10 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति मिली
Share

रायपुर, आईपीएस जीपी सिंह के आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) एवं एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की छापेमार कार्यवाही तीन दिनो के बाद खत्म हो गई। इन तीन दिनों में एसीबी ने आईपीएस अफसर के ठिकानों से 10 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति का पता लगाया है, वहीं संपत्ति व निवेश की गणना अभी भी जारी है, जिससे संभावना जतायी जा रही है कि चल-अचल संपत्ति की राशि और बढ़ सकती है।
ईओडब्ल्यू-एसीबी ने इस छापेमार कार्यवाही की विस्तृत जानकारी शनिवार देर रात को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मीडिया को दी है। इसमें बताया कि आईपीएस जीपी सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हाल पदस्थापना निदेशक राज्य पुलिस प्रशिक्षण अकादमी रायपुर के संबंध में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के कार्यकाल के दौरान अवैध वसूली व अन्य अवैध माध्यमों आदि से अनुपातहीन उपरांत प्रकरण में प्राथमिक जांच संस्थित की गई थी। प्राथमिक जांच के अन्वेषण के दौरान इस बात के पुख्ता प्रमाण प्राप्त हुए कि एडीजी जीपी सिंह द्वारा स्वयं एवं परिजनों तथा बेनामी तरीकों से अलग-अलग स्थानों पर करोड़ों की अनुपातहीन संपत्ति अर्जित की गई है एवं बड़े लेनदेन किये गये है। उक्त तथ्यों के आधार पर ईओडब्ल्यू-एसीबी में धारा 12(1) बी, 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथासंशेधित 2018 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जीपी सिंह के ठिकानों पर छापेमार कार्यवाही की है।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथा संशोधित 2018 के तहत पंजीबद्ध किया गया एवं दिनांक 1.07.2021 को प्रात: 6.00 बजे जीपी सिंह के रायपुर स्थित शासकीय निवास-ई-1, नेशनल हाईवे, कॉलोनी एवं जांच अनुक्रम में सामने आये एीए,राजनांदगांव, गलोबल एसोसिएट्स कंपनी बड़बील उड़ीसा सहित अन्य ठिकानों पर विशेष न्यायालय, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम रायपुर के द्वारा प्रदत्त तलाशी वारंट दिनांक 30.06.2021 के पालन में तलाशी कार्यवाहियां संपादित की गई।
मंणी भूषण, ब्रांच मैनुजर, एस.बी.आई. शाखा सेजबहार, रायपुर जो जे.पी. सिंह के निकट मित्र है के निवास-डी-3/1, एस.बी.आई अपॉर्टमेंट, भगत सिंह चौक, शंकर नगर रायपुर (छ.ग.) के निवास स्थान की तलाशी लेने पर दस्तावेज (बैंक संबंधी) तथा 02 क्रि.ग्रा. सोना 01-01 कि.ग्रा. की सोने की पट्टी के रूप में कीमती लगभग 01 करोड़ रूपये को जब्त किया गया है। पूछताछ पर मणी भूषण के द्वारा उक्त सोने की पट्टियों को (02 कि.ग्रा.)को कुछ दिनों पूर्व जी.पी. सिंह के द्वारा कुछ समय के लिए मणी भूषण के पास रखवाना बताया गया।
श्री प्रीतपाल सिंह चंडोक के निवास की तलाशी ली गई। जिसमें मौके पर गवाहों के सक्षम प्रीतपाल सिंह ने बताया कि जी.पी. सिंह के पिता श्री परमजीत सिंह के द्वारा उन्हें कुछ वर्ष पूर्व संपत्तियों के क्रय विक्रय एवं रख-रखाव के लिए पॉवर ऑफ एटर्नी प्रदान की थीद्व जो वर्तमान में कहां है उन्हें याद नहीं है। यह भी ज्ञात हुआ है कि अगस्त 2020 में उनके निवास एवं एस.पी. कोल्ड स्टोरेज खमतराई आयकर विभाग का छापा पड़ा था, जिसमें आयकर विभाग वाले उनके निवास, काया्रलय व्यवसाय एवं जमीन खरीदी बिक्री से संबंधित समस्त दस्तावेजों को जबत कर अपने साथ ले गये है। इस संबंध में पृथक से जानकारी प्राप्त की जा रही है। तलाशी के दौरान प्रीतपाल सिंह के शयन कक्ष से 13 लाख रूपये बंडल के रूप में बांध के रखी गयी, प्राप्त हुई है। जो पूछताछ करने पर प्रीतपाल सिंह के द्वारा बताया गया कि दिनांक 30.06.2021 की रात का ेआनन फानन में लाया गया है, जिसके संबंध में समक्ष गवाह प्रीतपाल सिंह ने यह पुष्टि की, की यह राशि जी.पी. सिंह की है। तलाशी के दौरान राजेश बाफना, चार्टड एकाउंटेंट राजनांदगांव के संबंधित प्रतिष्ठानों में लगभग 3000 से अधिक फाइलें एवं दस्तावेज खंगाले गये एवं यह जानकारी मिला है कि जी.पी. सिंह उनकी धर्मपत्नी एवं पुत्र के नाम पर 79 बीमा संबंधी दस्तावेज मिले हैं। जिसमें जी.पी.सिंह के नाम पर 24 पॉलिसी, उनकी पत्नी के नाम पर 23 पॉलिसी एवं पुत्र के नाम पर 32 विभिन्न कंपनियों की बीमा पॉलिसी है।
एक से अधिक एचयूएफ एकाउंट की जानकारी प्राप्त हुई है, जिसमें लगभग 64 लाख रूपये होने की जानकारी मिली है, जांच में श्री जी.पी. सिंह एवं उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर कुल 17 बैंक खातों का पता चला है जिसमें 60 लाख रूपये ज्यादा की राशि जमा है, इसी तरह एक से अधिक पी.पी.एफ. एकाउंट जिनमें 10 लाख रूपये से अधिक की राशि जाम होना ज्ञात हुआ है। बैंक खातो एवं पी.पी.एफ. एकाउंट की संख्या में वृद्धि की संभावना है। सभी बैंकों से जानकारी ली जा रही है।
विभिन्न कं पनियां माश्र कॉलोनाईजर, मार्श रिएटेक इंडिया प्रायवेट लिमिटेड, ग्लोबल एसोसिएट्स, आरव सॉल्युशन, पारशिवर मैनेजमेंट कन्सल्टेंट, फॉर्चुन मेटल लिमिटेड, के्रस्ट स्टील एण्ड पॉवर कंपनी के द्वारा अलग-अलग दिनांक में श्री जीपी सिंह के परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में कई बहुराज्यीय कंपनियों से 1 करोड़ से अधिक की राशि जमा किया जाना ज्ञात हुआ है। अग्रिम जांच पर इस राशि में वृद्धि होने की संभावना है।
जीपी सिंह की पत्नी एवं उनके पुत्र के नाम पर डाक घर में 29 सावधि जमा खातों का पता चला है जिसमें 20 लाख रूपये से अधिक की राशि जमा है। डाकघर खातों की संख्या एवं जमा राशि में वृद्धि की संभावना है। सभी संबंधित डाकघरों से जानकारी ली जा रही है। इसके अलावा जीपी सिंह एवं उनके परिवार के सदस्यों के नाम 69 अवसरों पर शेयर एवं म्युचुअल फंड में बड़ी राशि का निवेश किया गया है जिसमें 3 करोड़ से अधिक की राशि निवेश किया जाना पाया गया है। म्युचुअल फंड एवं शेयरों की संख्या एवं निवेशित राशि में वृद्धि होने की संभावना है। जीपी सिंह के परिवार के सदस्यों के नाम पर हाईवा, जेसीबी, कांक्रीट मिक्सचर वाहन मशीन भी मिली है जिसकी कीमत 65 लाख रूपये है। अब तक की जांच में ईओडब्ल्यू-एसीबी ने जीपी सिंह एवं उनके परिवार के सदस्यों के नाम राज्य एवं राज्य के बाहर भूखंड, मकान व फ्लैट की बड़ी मात्रा में खरीदी कर भारी मात्रा में राशि निवेश किया किये जाने की भी जानकारी मिली है। इसमें जीपी सिंह के नाम 2 भूखंड और 01 फ्लैट, पत्नी के नाम पर 02 मकान, माता के नाम पर 05 भूखंड और 01 मकान, पिता के नाम पर 10 भूखंड एवं 02 फ्लैट कुल 23 अचल सपंत्तियों की जानकारी मिली है, जिसमें कुल 2.68 करोड़ की राशि का निवेश किया गया है। यहीं नहीं जीपी सिंह के पिता के द्वारा स्वर्ण आभूषणों के विक्रय संबंधी लाखों रूपये की नगद राशि प्राप्त करने संबंधी दस्तावेज मिले है जिसमें काले धन को सफेद करने की संभावना प्रतीत होता है। इसकी भी गणना जारी है। उनके निवास से जीवनोपयोगी व विलासिता की वस्तुएं कीमती 49 लाख रूपये पायी गई है, जिनमें डेढ़ दर्जन से अधिक लेपटॉप कम्प्यूटर, आई पैड एवं आला दर्जे के मोबाइल उपकरण शामिल है। साथ ही 03 लाख से अधिक नगद एवं 02 लाख से अधिक मूल्य के स्वर्ण आभूषण मिले है।
अब तक की जांच में जीपी सिंह एवं उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर कुल 10 करोड़ रूपये से अधिक की चल-अचल संपत्तियों का पता लगाया गया है। चूंकि गणना अभी जारी है इसलिए चल-अचल संपत्तियों एवं निवेश की राशि में वृद्धि होने की संभावना है।
चल-अचल संपत्ति से प्राप्त राशि:
कुल अचल संपत्ति 22 कुल कीमत 26808496
कुल बैंक खाता 17 जमा राशि 5785088
कुल बीमा 79 निवेश राशि 1497764
कुल म्युच्अुलफंड एवं शेयर 69 निवेश राशि 30156837
पोस्ट ऑफिस खाता 29 जमा राशि 2036000
एय.यु.एफ. 02 निवेश राशि 6400000
वाहन 03 राशि 6500000
बहुराष्ट्रीय कंपनियों में निवेश राशि 10000000
स्वर्ण आभूषण 02 किलो राशि 10300000
निवास स्थल से विलासिता की वस्तुएं कीमत राशि 4900000
नगद राशि 1630000 ।

 



Share

Leave a Reply