छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

चार बहूओं ने बेटों का फर्ज निभाते हुए किया ससुर का अंतिम संस्कार, आपस में लड़ते रहे बेटे

चार बहूओं ने बेटों का फर्ज निभाते हुए किया ससुर का अंतिम संस्कार, आपस में लड़ते रहे बेटे
Share

 जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़ के ब्लाक अन्तर्गत ग्राम पंचायत तनौद में चार बहूओं ने बेटों का फर्ज निभाते हुए ससुर का अंतिम संस्कार किया और बहू होने का फर्ज निभाया। मृतक के पांच बेटों के बीच अंतिम संस्कार को लेकर विवाद शुरु हो गया था। पुलिस और तहसीलदार की समझाईश के बाद भी जब भाइयों में सहमति नहीं बनी तो बहुओं ने अंतिम संस्कार किया।

ग्राम पंचायत तनौद के वरिष्ठ नागरिक बिहारी लाल पिता शिवप्रसाद का 90 वर्ष की आयु में बुधवार 14 सितम्बर को सुबह लगभग 11 बजे निधन हो गया। इसके बाद उसके घर में उसके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद शुरु हो गया। स्व बिहारी लाल साहू के पांच पुत्र ओंकार साहू, बेदराम साहू, बुधराम साहू, लच्छी प्रसाद साहू और लहुरमन साहू हैं। जिसमें उसके दूसरे नंबर का पुत्र बेदराम साहू अपने बड़े पुत्र सहित ईसाई धर्म अपना लिया है और साहू समाज से खुद अलग रहता है। पिता के निधन के बाद उसने अंतिम संस्कार ईसाई धर्म के अनुसार करने को लेकर विवाद शुरु कर दिया।

जबकि बिहारी लाल की अंतिम इच्छा थी की उसका अंतिम संस्कार उसके चारों बेटे जिनके साथ वह रहता था वे हिंदू रीति रीवाज के अनुसार करे। चारों भाइयों के बीच बिहारी लाल के अर्थी को कंधा देने के लिए विवाद होते रहा। इसकी सूचना मिलने पर शिवरीनारायण थाना प्रभारी रविन्द्र अनन्त दल बल सहित मौके पर पहुंच कर दोनों पथ को समझौता करने का प्रयास किया, मगर फिर भी दोनों पक्ष कांधा देने के नाम पर लड़ते रहे। इस बीच पामगढ़ तहसीलदार अश्रि्वनी कुमार चन्द्रा भी गांव पहुंचे और समझाया मगर फिर भी अर्थी उठाने के नाम पर लड़ते रहे।



Share

Leave a Reply