ऑर्डर देने पर तैयार की जाएंगी गणेश और दुर्गा मूर्तियां, पढ़े पूरी खबर
कोरबा। गणेश और दुर्गा पूजा को डेढ़ से दो माह का समय है। उत्सव के लिए मूर्ति निर्माण की तैयारी में कारीगर लग गए हैं। कोरोनाकाल में उत्सव पर आर्थिक मंदी की मार रहेगी। बिना ऑर्डर की बड़ी प्रतिमाएं बनाना घाटे का सौदा साबित हो सकता है। ऐसे में मूर्तिकारों ने इस वर्ष रसीद कटाने और अग्रिम जमा करने पर ही पांच फीट तक बड़ी मूर्ति बनाने का निर्णय लिया है। सीतामढ़ी निवासी स्थानीय मूर्तिकार जगतपाल का कहना है कि इस बार ऑर्डर पर ही प्रतिमा तैयार की जाएगी। उसका कहना है कि वे कोलकाता से आने वाले कारीगरों के साथ मिलकर हर साल गणेश, दुर्गा, विश्वकर्मा आदि की प्रतिमा तैयार करते हैं। मूर्तिकारों का आना अभी शुरू नहीं हुआ है। बीते वर्ष की अपेक्षा इस बार प्रतिमा निर्माण का काम देरी से शुरू होगा। छोटी प्रतिमाओं के निर्माण में खर्च कम होता है। ऐसे में प्रतिमा बिक्री नहीं होने पर घाटे का सबब कम रहता है। बड़ी प्रतिमाएं नहीं बिकती तब आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। प्रतिमाओं के लिए जितनी मेहनत और लागत लगती है। वह घाटे का सौदा होता है। जगतपाल का कहना है मूर्ति निर्माण के संबंध में प्रतिवर्ष निगम और प्रशासन की ओर से जिस तरह की गाइडलाइन जारी की जाती है। उसका पालन किया जाता है। इस बार भी कम आकार की प्रतिमा तैयार करेंगे।