शराब के नशे में बना आईपीएस: नहीं कर पाया स्टेटस मेंटेन और खाली पैर देखकर आरक्षक ने मांगा परिचय पत्र तो...
महासमुंद। शराब के नशे में एक युवक आईपीएस तो बना लेकिन उस पद का स्टेटसर मेंटेन नहीं कर पाया, इसलिए आरक्षक को शक हुआ और उसे पकड़ कर थाने ले आया। जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसकी पोल खुल गई। अपने आप को आईपीएस बताने वाले युवक व उनके साथ को पुलिस ने दौड़ाकर सोनासिल्ली के जंगल में घेराबंदी कर पकड़ा। बताया जा रहा है कि पकड़े जाने के पूर्व फर्जी आईपीएस शराब के नशे में अपनी मर्यादा खोते हुए आरक्षकों से दुव्र्यवहार किया था। इधर, पटेवा पुलिस ने दोनों को प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर एसडीएम न्यायालय में पेश किया है।
पटेवा थाना प्रभारी कुमारी चंद्राकर ने बताया कि फर्जी आईपीएस के आरोप में चंगोराभाठा रायपुर थाना डीडी नगर निवासी सेवकराम साहू पिता रामनाथ साहू (28) एवं सदानी दरबार थाना मुजगहन रायपुर निवासी अंशु त्रिवेदी पिता कैलाश त्रिवेदी (35) को गिरफ्तार किया है। ये दोनों शराब के नशे में धुत्त थे। रात को टोल प्लाजा के पास डायल 112 के रेस्ट रुम में आए और अपने आप को आईपीएस बताकर दुव्र्यवहार करने लगे। शक होने पर से पकड़ा गया। पूछताछ के बाद पता चला कि शराब के नशे में ये अपने आप को आईपीएस बता रहा था। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान जो आईपीएस बना था वो रायगढ़ के एक निजी अस्पताल का पीआरओ (पब्लिक रिलेशन अफसर) के पद पर है। वहीं दूसरा अुंशु त्रिवेदी वकील है।
पैर में चप्पल नहीं थे साहब के इसलिए हुआ आरक्षक को शंका
डायल 112 व पेट्रोलिंग की टीम क्षेत्र में रात को घुम रही थी। रात साढ़े 12 बजे झलप टोल प्लाजा के पास बने रेस्ट रूम में टीम रुकी हुई थी। टीम अगले प्वाईं का इंतजार करते हुए रूम में थी। थोड़ी देर बाद कार क्रमांक सीजी 04 एनजी 4186 में सवार दो लड़के सेवक राम साहू व अंशु त्रिवेदी रेस्ट रूम में आए है और सेवकराम साहू कार से उतर कर रेस्ट रूम के अंदर गया। जहां बैठे आरक्षकों को अपने आप को आईपीएस बताया। आरक्षकों से वह दुव्र्यवहार कर रहा था, लेकिन आईपीएस अफसर के डर से कुछ कह नहीं पा रहे थे, लेकिन इसमें से एक आरक्षक ने देखा कि आईपीएस साहब के पैर में चप्पल ही नहीं है। इसके बाद उसे शंका हुई और उसने हिम्मत करके परिचय-पत्र दिखाने को कहां नशे में धुत्त सेवक ने कहा गाड़ी से कार्ड लेकर आ रहा हूं, इतने में आरक्षकों की शंका हकिकत में बदल गई और उसने पकडऩे के लिए गाड़ी की ओर बढ़े इससे पहले ही कार में बैठकर फरार हो गए।
टोल प्लाजा में फंसने पर वापस सरायपाली की ओर भागे
आरक्षकों को जैसे ही शंका हुई उसने युवक को पकडऩे के लिए रूम से बाहर निकाले। युवक को पकड़ते इससे पहले वह कार में सवार होकर अपने दोस्त के साथ फरार हो गया। थोड़ी दूर आगे जाने के बाद देखा कि टोल प्लाजा में फंस जाएंगे तो गाड़ी फिर सरायपाली को ओर मोड़ा और तेज रफ्तार से भागने लगे। इधर, डायल 112 की टीम भी उनके पीछे लग गई। पुलिस को आता देख ग्राम सोनासिल्ली की ओर मुड़ गए। पुलिस लगातार पीछा कर रही थी। फिर आगे जाकर जंगल के पास दोनों पकड़े गए।