लॉकडाउन: दुकानों का किराया भी नहीं निकाल पा रहे व्यापारी
रायपुर। लॉकडाउन के चलते एक ओर जहा जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है तो वहीं प्रदेश के अंदर व्यापार-व्यवसाय भी पूरी तरह से चौपट हो गया है। आलम यह है कि दुकानदार और छोटे व्यापारी वर्ग अपनी दुकानों के किराया, बिजली बिल भुगतान, टैस आदि जमा करने में भी असमर्थ हो गए हैं।
लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर व्यापारी वर्ग को पड़ रहा है। राज्य के छोटे से लेकर बड़े व्यापारी वर्ग भी इस लॉकडाउन में आर्थिक बोझ में लगातार दबते जा रहे हैं। बड़े व्यापारी वर्ग के समक्ष जहां संस्थान को लगातार चलाए रखने के लिए हर माह किराया, बिजली बिल, विभिन्न प्रकार के टैक्स आदि जमा कर किसी तरह अपने व्यापार को बचाए हुए हैं तो वहीं यही स्थिति छोटे व्यापारियो की भी है। व्यापारियों को दुकान का किराया निकालना भी मुश्किल हो गया है।
लगातार बंद के चलते व ग्राहकी न होने से आवक पूरी तरह से शून्य हो चुका है, वहीं खर्चों की अधिकता और स्टॉफ में काम करने वाले कर्मचारियों को वेतन देने के भी लाले पड़ गए हैं। इन सभी परेशानियों को देखते हुए हाल ही में कैट ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि अब त्योहारी सीजन को देखते हुए व्यापार की अवधि दोपहर 3 बजे तक की जाए जिससे लॉकडाउन में भी व्यापारियों को थोड़ी बहुत राहत मिल सके और वे अपना व्यापार-व्यवसाय बचा सके।