बड़ी खबर : MIC की बैठक हुई समाप्त, बैठक में इन महत्वपूर्ण फैसलों पर लगी मुहर
रायपुर | महापौर एजाज ढेबर ने आज मेयर इन काउंसिल की बैठक ली। बैठक में 29 मुद्दों पर चर्चा की गई। जिसमें ओसीएम चौक से कोतवाली चौक तक के मार्ग का नामकरण स्व. इंदरचंद धाडीवाल के नाम से करने पर चर्चा कर प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई।
रायपुर में उचित जगह पर मदर टेरेसा की प्रतिमा लगाने की स्वीकृति दी गई। तेलीबांधा थाने के पास स्थित नवनिर्मित होने जा रहे उद्यान में संविधान की भव्य पुस्तक व उद्देशिका स्थापित करने की स्वीकृति दी गई।
सिद्धार्थ चौक से पचपेड़ी नाका चौक की सड़क का नामकरण का नाम स्वतंत्रता सेनानी स्व प्यारेलाल यादव के नाम पर करने की स्वीकृति दी गई।
तुलसीनगर होते हुए लोधी पारा डॉ लालवानी दवाखाना तक का नामकरण स्व. डॉ खूबचन्द बघेल के नाम पर करने की स्वीकृति दी गई।
भारतमाता चौक से पहाड़ी चौक , शुक्रवारी बाजार से लेकर गुढ़ियारी पड़ाव तक का मार्ग का नामकरण गुरु घासीदास बाबा जी के नाम से मार्ग का नाम रखने स्वीकृति दी गई।
मिनी माता चौक से पहाड़ी पारा चौक तक के मार्ग का नाम मिनी माता के नाम से करने की स्वीकृति दी गई।
पहाड़ी चौक से डॉ आंबेडकर चौक होते हुए ओव्हर ब्रिज गोंदवारा रोड तक के मार्ग का नाम डाॅ. बाबा साहब अम्बेडकर के नाम से करने की स्वीकृति दी गई।
नेताजी सुभाष स्टेडियम में नेताजी की प्रतिमा लगाने की स्वीकृति दी गई।
लोहार चौक से बनिया पारा चौक तक के मार्ग का नामकरण कुंज बिहारी अग्रवाल के नाम पर करने पर स्वीकृति दी गई।
श्री टी आर गुप्ता स्थायी अधिवक्ता को 3 हजार से 10 हजार रुपए मासिक मानदेय की स्वीकृति दी गई।
उद्यानों में टावर लगाने के प्रस्ताव पर महापौर श्री ढेबर ने आपत्ति प्रकट की कि उद्यानों में सेहत बनाने के लिये लोग जाते हैं। मोबाईल टावरों के बारे में कहा जाता है कि इससे रेडिएशन का खतरा होता है। पिछले एक साल से रायपुर में कही भी नये टॉवर लगाने की स्वीकृति नहीं दी गई है।
प्रस्ताव के अनुसार चर्चा में सहमति व्यक्त की गई कि सबसे पहले निगम के भवनों और सामुदायिक भवनों, डिवाइडरों में मोबाईल टावर लगवायी जाये। वहीं मोबाईल टावर उद्यानों में लगाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। शहर की 31 पानी टंकियों में पेंटिंग करने में करीब डेढ़ करोड़ खर्च आएगा। वहीं किसी कम्पनी को टँकी की पेंटिंग के बाद थोड़ी जगह विज्ञापन के लिए दी जाये तो। कम्पनी पेंटिंग के बाद 5 साल तक पेंटिंग का मेन्टेन्स भी करेगी।
साथ ही छोटे से जगह पर विज्ञापन प्रदर्शित करने का कंपनी को जगह भी दी जायेगी । इसके एवज में निगम को राजस्व की प्राप्ति होगी। इस हेतु निविदा जारी की गई थी । जिसमें 11 टंकियों के पेंटिंग का प्रस्ताव आया था। इनसे निगम को 53 लाख का राजस्व भी मिलेगा। इसे भी स्वीकृति दी गई।
बाकी टंकियों के लिये नई निविदा जारी की जायेगी। शासन से विभिन्न विकास कार्यो के लिये आये राशि का कार्य संपन्न होने के बाद जो रकम बच जाती है उसका उपयोग कैसे करना है इसके लिये 7 सदस्यीय समिति गठित की गई। जिसमें समिति के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा होंगे एवं सदस्य नागभूषण राव, श्रीकुमार मेनन, सतनाम पनाग, समीर अख्तर, रितेश त्रिपाठी, आकाश तिवारी बनाये गये है।
महापौर ने अतिरिक्त एजेंडे में चर्चा करते हुए कहा कि पूर्व में स्कूली छात्र-छात्राओं के लिये निगम द्वारा ग्रीष्म कालीन खेल शिविर का आयोजन किया जाता था। अब उस परम्परा को फिर से शुरू कर 45 दिनों का शिविर स्कूली बच्चों का लगाया जाए। उनके डाइट की भी व्यवस्था की जाए। इसकी स्वीकृति दी गई। सुलभ शौचालयों में बाहर के लोगों को ठेका मिला हुआ। वहां काम करने वाले भी बाहरी होते हैं। उनके ठेके को निरस्त कर स्थानीय को काम दिया जाए। जिसकी भी स्वीकृति दी गई।
बैठक में एमआईसी सदस्य ज्ञानेश शर्मा, श्रीकुमार मेनन, सुंदर रूखमणी जोगी, समीर अख्तर, सतनाम पनाग, नागभूषण राव, सहदेव व्यवहार, रितेश त्रिपाठी, अजीत कुकरेजा, सुरेश चन्नावार, आकाश तिवारी, जितेंद्र अग्रवाल, श्रीमती द्रोपती हेमंत पटेल, निगमायुक्त सौरभ कुमार, अपर आयुक्त लोकेश्वर साहू, पुलक भट्टाचार्य तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।