बड़ी खबर : मुुंगेली की जिला एवं सत्र न्यायाधीश की फांसी पर झूलती मिली लाश, पुलिस कर रही मामले की जाँच
मुंगेली | मुंंगेली की जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती कांता मार्टिन ने अपने शयनकक्ष में साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। उक्त घटना की जानकारी मिलते ही पूरे मुंगेली जिले में सनसनी फैल गई है।
मिली जानकारी के अनुसार सुबह जिला एवं सत्र न्यायाधीश का भृत्य रविवार को बंगले पहुंचा लगातार दरवाजा खटखटाने पर भी मुख्यद्वार नहीं खुलने पर उन्होंने पड़ोस में स्थित मुंगेली के सीजेएम को सूचना दी जिस पर सीजेएम ने पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजुर को सूचना दी। सुबह 11 बजे कुजुर दलबल के साथ जिला न्यायाधीश आवास पहुंचे। शयनकक्ष की खिड़की से झांकने पर पुलिस को श्रीमती मार्टिन की पंखे पर झूलती हुई लाश मिली। तत्काल खिड़की तोड़कर पुलिस ने शयनकक्ष में पंखे में लटकती लाश को निकालकर तत्काल प्रभाव से पंचनामा किया। ज्ञातव्य है कि श्रीमती मार्टिन के पति की डेढ़ वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। बंगले में वे अकेली रहती थी। श्रीमती मार्टिन के सुपुत्र रायपुर में निजी कंपनी में कार्यरत हैं। ज्ञात हो कि श्रीमती मार्टिन ने सन् 1994 में न्यायिक सेवा से अपना कैरियर प्रारंभ किया था। जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा की गई आत्महत्या के क्षेत्र में जमकर चर्चा है।
गौरतलब है कि वर्षों पूर्व उक्त बंगले में मुंगेली जिला बनने के पहले अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अमृता लाल ने भी मिट्टी तेल छिड़ककर अपने शरीर पर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस उक्त मामले को संदिग्ध मृत्यु का मामला मानकर सूक्ष्म विवेचना कर रही है। उच्च न्यायालय बिलासपुर में भी घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक मुंगेली द्वारा दी गई है। उक्त घटना के चलते बिलासपुर हाईकोर्ट में भी शोक का माहौल बना हुआ है।