लॉकडाउन का फायदा उठा कर भतीजे ने की चाचा की हत्या,पढ़े पूरी खबर
कोण्डागांव,कोरोना वायरस के कारण इन दिनों सभी जगह लॉकडाउन है. लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए कोण्डागांव जिले में एक भतीजे ने अपने चाचा की हत्या कर दी. लाश को गांव के बाहर जंगल में छिपा दिया था. लेकिन आरोपी की चालाकी काम नहीं आई. जंगल गई महिलाओं ने लाश देख लिया. बाकी हत्यारे के घर के पीछे बने सेप्टिक टैंक से निकली हत्यारी लाठी ने रही सही कसर पूरी कर दी.
दरअसल, कोंडागांव ब्लॉक के पल्ली गांव में मृतक बोड़कु उर्फ बोचा राम और उसके भतीजे हीरा सिंह के बीच जमीन विवाद चल रहा था. हालांकि मृतक बोन्डकू ने अपने भतीजे आरोपी हरि सिंह को जमीन दे दिया था, लेकिन इससे वह संतुष्ट नहीं था. उसे पूरी जमीन, खेत और घर चाहिए था. आरोपी की पत्नी और बच्चे घर पर नहीं थे. इस दौरान उसे अपने चाचा के मर्डर का प्लान तैयार किया.
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
मृतक बोन्डकू एक दिन नहाने के लिए घर से निकला. तब हरि सिंह ने उसे अपने घर बुलाया और डंडे से पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी. पूरे गांव में 21 दिन के लॉकडाउन के कारण कोई भी निकल नहीं रहा था, इसलिए किसी को पता नहीं चल पाया. हत्या के बाद आरोपी ने लाश को दिन भर अपने घर पर रखा और पुलिस से बचने के लिए घर से खून के धब्बे मिटाए. साथ ही हत्या के पूरे साक्ष्य सबूत को हटा दिया. लॉकडाउन के कारण पूरे गांव में सन्नाटा पसरा था जिसका फायदा उठाते हुए आरोपी ने अपने कंधे में लाश उठाकर गांव से तीन किलोमीटर दूर सितली के जंगल में फेंक दिया.
सेप्टिक टैंक से मिला सबूत
चाचा की हत्या करने और पूरे सबूत मिटाने के बाद आरोपी बड़े आराम से अपने घर में था. घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने पूरी घटना की छानबीन की. साथ ही ग्रामीणों से पूछताछ की जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. ग्रामीणों के बयान के बाद जब आरोपी हरि सिंह मरकाम से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपी ने घर में फैले खून के धब्बे मिटा दिए थे. अपने कपड़े भी धो लिए थे. वहीं हत्या में प्रयुक्त लाठी को घर के पीछे बने सेप्टिक टैंक में छिपा दिया था. सबूत के साथ पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जंगल में मिली लाश
सितली गांव में उस समय हलचल मच गई जब जंगल में महुआ बीनने गए महिलाओं ने लाश देखी. सूचना पर जंगल पहुंचे ग्रामीणों ने मृतक की पहचान छिंदभाटा गांव निवासी बोन्डकु मरकाम के रूप में की. लाश देखकर गांव वालों के बीच सुगबुगाहट चालू हो गई. फिर लोगों ने सिटी कोतवाली कोंडागांव में सूचना दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक बालाजी राव ने तुरंत एसडीओपी कपिल चंद्रा, टीआई राजेन्द्र मंडावी, एसआई मनोज नायक, एसआई विवेक सेंगर एवं अन्य स्टाप को तत्काल जांच करने भेजा गया .