सरसो और रिफाइन तेल की कीमतों में कमी होने के आसार, कोरोना लाकडाउन में बढ़े हैं खाने के तेलों की कीमत
रायपुर। कोरोना संक्रमण के दूसरे स्टेज में महंगाई के कारणों से लोगो की कमर टूट चुकी है, खाने पीने के चीज़ों में बेतहाशा वृद्धि के चलते लोग आवश्यकता से कम सामग्री खरीद पा रहे है। डीज़ल -पेट्रोल की बात छोडि़ए यहा तो खाद्यान्न तेलों की कीमतें भी दुगनी हो गई हैं। जानकर सूत्र बताते हैं कि बढ़ी हुई कीमतों का कारण परिवहन समस्या और कालाबाज़ारी हैं। जिसपर सरकार अपने तरिके से लगाम लगाने की तैयारी में जुटी है। कोरोना संक्रमण के पहले जिस सरसो और रिफाइन तेल को लोग जिस कीमत में खरीदारी करते थे उसकी कीमत आज दुगनी हो गई हैं।
थोक बाज़ार में भी ज्यादा रेट:-
कोविड संक्रमण के चलते राजधानी रायपुर में थोक बाज़ार रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक खोलने के आदेश दिए थे, पर थोक बाज़ार में भी छोटे किराना दुकान व्यावसायी जब खाने के तेल लेने जाते है तो उन्हें भी डबल कीमत पर खरीदना पड़ता हैं ।
कल से मिल सकती हैं राहत:--
सरसों और रिफाइंड तेल के दाम, सरकार ने बुलाई तेल कारोबारियों की बैठक।मार्केट में पिछले साल तेल और रिफाइंड के दाम 200 के आंकड़े को छू चुके हैं। हल्के से हल्के ब्रांड के भी सरसों तेल और रिफाइंड तेल के दाम 170 से 180 रुपये किलो है। जिसकी वजह से आम आदमी अब परेशान हो चुका है।