शहर के अलग-अलग चार प्रतिष्ठानों में आज भी जारी है आयकर विभाग के छापेमारी की कार्यवाही, पढ़ें आज कहा-कहा हो रही है कार्यवाही
जगदलपुर | आयकर विभाग के अधिकारियों ने जगदलपुर शहर के अलग-अलग चार प्रतिष्ठानों में पर एक साथ दबिश देकर शहर के जाने-माने हार्डवेयर व्यवसाई प्रकाश हार्डवेयर सर्किट हाउस के समीप चिखलीकर स्कैन एंड रिसर्च सेंटर बेला बाजार पारा ठेकेदार रूपेश झा व वृंदावन कॉलोनी स्थित ठेकेदार गुलजार सिंह के निवास पर पुलिस बल के साथ अलग-अलग संस्थानों में एक ही समयावधी पर आईटी के 80 अफसरों की टीम ने दबिश दी थी, लेकिन इस छापेमारी में क्या हासिल हुआ इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। आईटी के अधिकारियों ने पूछताछ पर बताया कि यह हमारी रूटिंग चेकिंग है समय-समय पर की जाती है कहते हुए जानकारी देने से इनकार किया। कुछ जगहों पर आज भी आईटी की टीम कार्यवाही में जुटी हुई है।
ज्ञात हो कि जगदलपुर में हुई छापेमारी के बाद देर रात तक आई टी अधिकारियों की छापेमारी कार्रवाई चलती रही। आईटी के अधिकारियों के द्वारा किसी भी प्रकार की जानकारी मीडिया को नहीं दी जा रही है। आईटी के अधिकारियों से पूछताछ पर उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि यह रूटीन चैकिंग है, समय-समय पर की जाती है कहते हुए बाकी जानकारी दने से इंकार कर दिया है। पुलिस सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार छापेमारी की कार्यवाही कल देर रात तक चलती रही। स्थानीय पुलिस के जवान को अपने साथ लेकर आईटी की टीम छापेमारी के लिए गई थी देर रात तक छापेमारी की कार्यवाही चलने के दौरान बाहर तैनात स्थानीय पुलिस की ड्यूटी को दूसरे पुलिस कर्मचारियों के साथ बदलना पड़ा था। आज दोपहर 3 बजे तक कुछ स्थानों पर आईटी की छापेमारी की कार्यवाही जारी थी। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कार्यवाही और भी लंबी चल सकती है, कार्यवाही में लगे अधिकारी दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष आयकर विभाग ने शहर के सूर्या कैरियर ठेकदार अशोक अरोरा के यहां छापेमारी की गई थी, इसके बाद सूर्या कैरियर से करोड़ों की बनाम संपत्ति जप्त की गई थी, इसके साथ ही लगभग 3 करोड़ भी नगद मिले थे। इन चार बड़े कारोबारियों के यहां पड़े छापे के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कई और व्यवसायी भी आयकर विभाग के दायरे में है, जहां छापेमारी की कार्यवाही हो सकती है।
आयकर विभाग के जाइनिट डायरेक्टर सिद्धार्थ मीना ने कहा कि कार्यवाही जारी है, कार्यवाही पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। टैक्स चोरी के संबंध में अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।