रायपुर: आवारा कुत्ते खोल रहे कोविड केयर सेंटर की पोल, बदबूदार भोजन से मरीज है परेशान
रायपुर, राजधानी रायपुर में तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। उतनी ही तेजी से अव्यवस्था के मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसा ही मामला बूढ़ातालाब स्थित इंडोर स्टेडियम स्थित कोविड केयर सेंटर में आया है जहां मरीजों ने बदबूदार खाना व आवारा कुत्तों की शिकायत की। मरीजों के अनुसार उन्हें बदबूदार भोजन दिया जा रहा है। और सुरक्षा व्यवस्था की बात की जाए तो सुरक्षा ऐसी है कि आवारा कुत्ते बेफिक्र होकर इस सेंटर में विचरण करते है, व इधर उधर मुँह मारते फिरते है। इनसे संक्रमण के साथ अन्य बिमारियों का भी खतरा है।
एक मरीज ने बताया कि इस सेंटर में योग या मनोरंजन की कोई एक्टिविटी नहीं कराई जा रही, खाने को लेकर समस्या बनी रहती है, सभी संक्रमित परेशान हैं, इम्यूनिटी बढ़ाने के नाम पर दाल और चावल दिया जाता है। दवाओं की व्यवस्था को लेकर मरीज ने संतुष्टि जाहिर की। शनिवार को इस सेंटर में व्यवस्था का जायजा लेने चीफ सेक्रेट्ररी आरपी मंडल, कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के साथ आए थे। लेकिन व्यवस्था जस की तस है।
खाने को लेकर एक मरीज ने बताया कि उन्हें बदबूदार पोहा नाश्ते के लिए दिया गया था, शिकायत करने पर प्रभारियों ने उन्हें बिस्किट के पैकेट पकड़ा कर अपना पल्ला झाड़ लिया।
एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है। इसमें रायपुर के इसी इंडोर स्टेडियम के कोविड सेंटर में जहां कोरोना संक्रमित के बेड हैं वहां आवारा कुत्ता नजर आ आ रहा है। पड़ताल में पता चला कि रायपुर के एक मोहित नाम के फेसबुक यूजर ने इसे 22 अगस्त को पोस्ट किया था। मोहित ने कुत्ते की तस्वीर साझा करते हुए कोविड सेंटर का हाल बताने की कोशिश की थी। पूर्व में भी इसी सेंटर में अव्यस्था डॉक्टर ना मिलने जैसी शिकायतों के साथ वीडियो सामने आ चुके हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
रायपुर नगर निगम इंडोर स्टेडियम के इस कोविड सेंटर की व्यवस्था का जिम्मा लिए हुए है। 260 बिस्तरों वाले इस सेंटर में इस वक्त 113 के आस-पास संक्रमित अपना इलाज करवा रहे हैं। निगम के अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य को बदबूदार नाश्ते और आवारा कुत्ते के बारे कहा कि अक्षय पात्रा नाम की संस्था यहां भोजन देती है, ऐसी किसी तरह की शिकायत अब तक नहीं आई है, फिर भी आपके कहने पर मैं इसे पता करूंगा और व्यवस्था में चूक मिली तो सुधार करेंगे। कोविड सेंटर में कुत्ते के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह मुमकिन नहीं। यहां 200 के आस-पास संक्रमित रहते हैं जो इलाज के बाद ठीक होकर वापस जा रहे हैं।