रायपुर के एक हॉस्पिटल पर मरीज के परिजन ने लगाया आरोप, राशन कार्ड से नि:शुल्क इलाज करने के बजाए ढाई लाख की मांग पढ़े पूरी खबर
रायपुर, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत आमजनों के लिए जहां केन्द्र सरकार ने आयुष्मान योजना के जरिए एवं प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मुखिया भूपेश बघेल द्वारा राशन कार्ड प्रस्तुत करने पर नि:शुल्क इलाज करने के निर्देश पर राजधानी के निजी हास्पिटल खुलेआम मखौल उड़ा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला प्रेसक्लब रायपुर में विजय निषाद ग्राम ओडगन तहसील तिल्दा जिला रायपुर निवासी ने प्रस्तुत करते हुए पत्रकारवार्ता में बताया कि उनकी पिता अर्जुन निषाद का दो मार्च को कार वाले ने टक्कर मारकर उन्हें चोटिल किया एवं भाग गया। इलाज के लिए वे श्री नारायण हास्पिटल देवेन्द्र नगर में अपने पिता को एडमिट किए हैं। वहां पर राशन कार्ड प्रस्तुत करने के बावजूद भी अब तक एक लाख रूपए दवाई के नाम पर भुगतान कर चुके हैं। पिता की स्थिति को देखते हुए इलाज करने वाले चिकित्सक एवं श्री नारायणा के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुनील खेमका ने उनसे आगे के इलाज के लिए ढाई लाख रूपए की मांग की है। पेशे से मजदूरी करने वाले उक्त परिवार के पास आर्थिक तंगी के चलते इलाज कराने के लिए पैसा नहीं है। दवाई का भुगतान भी एटीएच के माध्यम से किया गया है। उन्होंने बताया कि राशन कार्ड से नि:शुल्क इलाज होने के बारे में जानकारी देने के बावजूद भी डॉ. खेमका द्वारा खुलेआम वसूली की जा रही है। दवाई का रेट अंदर के मेडिकल स्टोर से बाहर के मेडिकल स्टोरों से दो से तीन गुना अधिक वसूला गया है।
ज्ञातव्य है कि राजधानी में खुलेआम निजी चिकित्सा संस्थान द्वारा राशन कार्ड से नि:शुल्क इलाज करने के बजाए ग्रामीण मरीज के परिजनों से उक्त राशि की वसूली शासन की कार्यशैली पर विशेषकर स्वास्थ्य विभाग की प्रचार-प्रसार योजना पर नि:शुल्क इलाज के नाम पर सवालिया निशान लगाती है। पत्रकारवार्ता में विजय निषाद ने डॉ. खेमका पर स्पष्ट आरोप लगाया कि वे उनकी नहीं सुन रहे हैं और उक्त राशि पटाने के बाद ही इलाज करने की बात कह रहे हैं।