अवैध संबंध से परेशान युवक ने की अधेड़ की हत्या, आत्महत्या का रूप देने मुंह में डाल दिया कीटनाशक, जाने पूरी खबर...
महासमुंद। तुमगांव थाना क्षेत्र के ग्राम बेलटुकरी में एक युवक ने गांव के ही एक व्यक्ति की गला दबाकर हत्या कर दी। युवक ने हत्या के बाद मृतक के मुंह में कीटनाशक डाला और शव को तालाब के पास फेंक दिया। सभी को यह आत्महत्या लगे इसलिए कीटनाशक की शीशी भी शव के पास ही फेंक दी। सुबह सूचना पर जब पुलिस घटना स्थल पहुंचकर शव का जायजा लिया तो शरीर व गले में चोट के निशाने पाए गए, जिससे हत्या प्रतीत हो रहा था। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि मृतक का नाम हरीशचंद्र ध्रुव (42) वर्ष निवासी बेलटुकरी है। शव के पास ही कीटनाशक की एक शीशी भी बरामद की गई। पूछताछ के दौरान पुलिस को सुराग मिला कि मृतक का गांव के ही एक युवक के घर आना-जाना था। इस बात को लेकर पहले कई बार विवाद भी हो चुका था।
पुलिस ने इसी दिशा में शुरुआती जांच शुरू की और उक्त युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पुलिस की मानें तो युवक ने हत्या का अपराध कबूल कर लिया है। खबर लिखे जाने तक मामले की जांच और पूछताछ जारी थी। यही कारण है कि मामले में अपराध दर्ज नहीं हो पाया था। शराब के नशे में पहुंचा और करने लगा दुव्र्यवहार तुमगांव थाना प्रभारी प्रदीप मिंज ने बताया कि हरीशचंद्र ध्रुव शनिवार की रात शराब के नशे में युवक के घर के सामने जाकर अपशब्द कह रहा था। युवक ने उसे कई बार मना किया था, लेकिन वह माना नहीं। इसी बात को लेकर दोनों के बीच जमकर विवाद भी हुआ। इसके बाद युवक आवेश में आ गया और उसने हरीशचंद्र को जमीन पर गिराकर मारने लगा। साथ ही उसी के गमछे से उसका गला दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद संदेही सहम गया और उसने लाश को अपने पीछे बांधकर बाइक से तालाब किनारे पहुंचा और शव को फेंक दिया। हत्या के बाद पिलाया कीटनाशक संदेही युवक ने हत्या को छिपाने के लिए योजना बनाई। उसे लगा कि उसे कीटनाशक दवाई पिलाकर उसके पास खाली शीशी फेंक दे तो पुलिस इसे आत्महत्या मान लेगी। ऐसा सोंचकर उसने हत्या के बाद संदेही युवक ने मृतक के मुंह में कीटनाशक दवाई डाल दी। शव को गाड़ी में लादकर तालाब के पास ले गया और फेंक दिया। वहीं शव के पास उसने कीटनाशक दवाई की शीशी भी फेंक दी। इधर, जब ग्रामीणों ने शव को देखा तो उसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस घटना स्थल पहुंची। पहले तो पुलिस इसे आत्महत्या मान रही थी, लेकिन गले और शरीर पर आए चोट के निशान ने जांच की दिशा बदल दी। इसके बाद इसी दिशा में जांच शुरू की गई और आखिरकार पुलिस ने युवक को हिरासत में लें।