चिटफंड कंपनी के दो डायरेक्टर गिरफ्तार, पैसे डबल करने का देते थे झांसा....
कोरबा। देवयानी प्रापर्टी लिमिटेड चिटफंड कंपनी के दो डायरेक्टर को पुलिस ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार कर कोरबा लाई है। आरोपित कोरबा के अलावा जांजगीर.चांपा, रायपुर, दुर्ग, बालौद एवं धमतरी जिले के 7 हजार निवेशकों से 15 करोड़ रुपए की राशि की ठगी कर फरार हो गए थे। चार साल से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी।
उरगा के खरहरकुड़ा निवासी नागेश्वर लाल यादव पिता दिलहरण ने उरगा थाना में देवयानी प्रापर्टी लिमिटेड के डायरेक्टर रमेश चौधरी, राघवेन्द्र सिंह जादव, प्रदीप प्रजापति, विपिन सिंह यादवए सौरभ काबड़ा एवं अन्य द्वारा निवेशको से 5 साल में रकम दोगुना करने का आकर्षक स्कीम बताकर अपने जाल में फंसाया था। नागेश्वर ने उनसे प्रभावित होकर देवयानी प्रापर्टी में 3 लाख 91 हजार 260 रुपए एवं पत्नी संतोषी यादव के द्वारा 87 हजार 300 रुपए का निवेश किया गया था। 5 साल बीत जाने के बाद भी कंपनी ने उनकी रकम वापस नहीं की। कुछ दिन बाद वे कार्यालय बंद कर फरार हो गए। कंपनी के डायरेक्टरों ने कोरबा के अलावा रायपुर, जांजगीर-चांपा, दुर्ग, बालोद एवं धमतरी जिले में भी कंपनी का कार्यालय खोला था। इन सभी कार्यालयों में सात हजार निवेशकों से धोखाधड़ी कर 15 करोड़ से अधिक की राशि निवेश कराकर फ रार हो गए थे। नागेश्वर की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धारा 420, 406, 409, 120 बीए 34 व चिटफंड एक्ट के तहत मामला पंजीबद्घ किया था। पुलिस को जानकारी मिली की देवयानी प्रापर्टी के डायरेक्टर ग्वालियर में है। इस आधार पर पुलिस की एक टीम ग्वालियर पहुंची। जहां पुलिस को आमखो ग्वालियर निवासी रमेश चौधरी पिता सूरजमल व विजय नगर सेक्टर 4 निवासी रामपाल सेंगर पिता सुल्तान सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया। पुलिस की टीम गिरफ्तार कर कोरबा ले आई है। पुलिस की टीम जब आरोपतों को ग्वालियर में खोज रही थी। इस दौरान उन्हें पता चला कि सभी आरोपित रजिस्ट्रेशन के दौरान दिए गए पते पर निवासरत नहीं हैं। पता बदलकर छिपकर रह रहे हैं। इस दौरान पुलिस के हाथ दो डायरेक्टर लगे। शेष आरोपित फरार हैं। सभी आरोपितों के खिलाफ जांजगीर-चांपा, दुर्ग, बालोद एवं धमतरी में अपराध पंजीबद्घ किया गया है। शेष सभी फ रार है। जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।