मुख्यमंत्री भूपेश पर लगाया किसानों से ठगी का बड़ा आरोप,कहा सोनिया गांधी से मार्गदर्शन लें CM-भाजपा सांसद
राजनांदगांव| सांसद संतोष पांडेय ने छत्तीसगढ़ सरकार और सरकार के मुखिया भूपेश बघेल पर किसानों से ठगी करने का बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने किसानों का एक-एक दाना धान खरीदने का संकल्प लिया था, लेकिन अब केंद्र पर आरोप मढ़कर जिम्मेदारी से बचा जा रहा है।
सोनिया गांधी से ले मार्गदर्शन-
सांसद पांडेय ने बयान जारी कर कहा कि धान खरीदी की तिथि आगे बढ़ाकर किसानों को परेशान करने का काम किया गया है। सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने धान खरीदी की घोषणा केंद्र या फिर मोदी से अनुमति लेकर नहीं की थी। ऐसे मेें सांसदों को आमंत्रित करने का औचित्य समझ से परे है। उन्होंने कहा कि सीएम बघेल को इस संबंध में सोनिया गांधी और पीएल पुनिया से मार्गदर्शन लेना चाहिए।
आज से शुरू हो गया प्रदर्शन-
धान खरीदी के मसले पर केंद्र सरकार के रूख के विरोध में कांग्रेस ने ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर और फिर दिल्ली जाने तक का कार्यक्रम घोषित किया है। ब्लाकों और फिर जिले में प्रदर्शन के साथ ही प्रधानमंत्री के नाम किसानों से खत लिखवाए जाएंगे और इन खतों को सड़क मार्ग से दिल्ली ले जाया जाएगा। आज से ब्लाकों में प्रदर्शन शुरू हो गया है। 9 नवंबर को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन होगा। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष नवाज खान सहित जिले के विधायकों छन्नी साहू, भुनेश्वर बघेल और इंद्रशाह मंडावी ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने धान नहीं लेने का फैसला लिया है। इसके विरोध में प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन किया जाएगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम किसानों से पत्र लिखाया जाएगा।
13 नवंबर को राजधानी में प्रदर्शन
9 नवंबर को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन के बाद 13 नवंबर को राजधानी में प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा। इस आंदोलन के बाद इक_ा हुए पत्रों को सड़क मार्ग से दिल्ली ले जाया जाएगा। जानकारी दी गई कि किसान हस्ताक्षर अभियान सभी ब्लाकों में बूथ स्तर पर किसानों और आम जनता के बीच चलाया जाएगा। सभी पत्र 10 नवंबर तक जिला मुख्यालय और फिर 12 नवंबर तक प्रदेश मुख्यालय पहुंचाए जाएंगे।
मंदी लाना चाहती है मोदी सरकार
कांग्रेस अध्यक्ष नवाज खान ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की नीतियों के चलते पूरे देश में मंदी का माहौल है, लेकिन छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार के कामों के चलते इसका असर नहीं दिख रहा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ से धान नहीं लेने का निर्णय कर मोदी सरकार पूरे प्रदेश में मंदी का असर लाना चाहती है।