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दिल्ली की शराब नीति मामला : देशभर में 40 ठिकानों पर ED की छापेमारी जारी

दिल्ली की शराब नीति मामला : देशभर में 40 ठिकानों पर ED की छापेमारी जारी

 Delhi Liquor Policy Scam: दिल्ली (Delhi) की शराब नीति (Liquor Policy) में हुए घोटाले को लेकर ईडी (ED) ने आज (शुक्रवार को) बड़ा एक्शन लिया है. ईडी इस वक्त दिल्ली (Delhi) और तेलंगाना (Telangana) समेत देशभर में 40 जगहों पर छापेमारी कर रही है. बता दें कि पंजाब, तेलंगाना, नेल्लोर, चेन्नई और दिल्ली एनसीआर में रेड चल रही है. इसके अलावा हैदराबाद (Hyderabad) में 20 जगह पर रेड चल रही है. दिल्ली आबकारी नीति मामले (Delhi Excise Policy Case) में ED की कई राज्यों में करीब 40 लोकेशन पर रेड चल रही है.

देशभर में 40 जगहों पर ईडी की छापेमारी

जान लें कि इससे पहले 6 सितंबर को भी ईडी ने देशभर में कई जगहों पर रेड की थी. ईडी ने दिल्ली (Delhi), मुंबई (Mumbai), बेंगलुरु (Bengaluru), लखनऊ (Lucknow) और गुरुग्राम सहित कई जगहों पर छापेमारी की थी. बीजेपी (BJP) ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पर नई शराब नीति (New Liquor Policy) के जरिए घोटाले का आरोप लगाए हैं.

दिल्ली की नई आबकारी नीति में घोटाले का मामला

एक अधिकारी ने बताया कि ईडी ने दिल्ली की नई आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में करीब 40 ठिकानों पर छापेमारे की. बीजेपी का आरोप है कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने शराब माफिया के करोड़ों रुपये माफ किए हैं. दिल्ली सरकार के इस कदम से राजस्व का घाटा हुआ है.

दिल्ली सरकार पर हैं ये आरोप

गौरतलब है कि इस वक्त ईडी देशभर में उन लोगों के ठिकानों पर रेड कर रही है जो दिल्ली की नई शराब नीति को बनाने में कहीं ना कहीं शामिल हैं या फिर जिनको नई आबकारी नीति से फायदा पहुंचा है.

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) पर आरोप है कि शराब कारोबारियों (Liquor Businessman) को कथित तौर पर 30 करोड़ रुपये की छूट दी गई. लाइसेंस धारकों को कथित तौर पर उनकी इच्छा के अनुसार एक्सटेंशन दिया गया था. आबकारी नियमों का उल्लंघन कर शराब नीति के नियम बनाए गए.

मालिक की मौत पर श्मशान घाट पहुंचा बछड़ा...चेहरा देखने के लिए मुंह से हटाता रहा कफन

मालिक की मौत पर श्मशान घाट पहुंचा बछड़ा...चेहरा देखने के लिए मुंह से हटाता रहा कफन

 झारखंड के हजारीबाग से एक बेहद ही अनोखा दृश्य सामने आया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल जिले के चौपारण के चैथी गांव में एक बछड़ा अपने मालिक की मौत पर इतना दुखी हुआ कि वह श्मशान तक पहुंच गया। उनका चेहरा देखने के लिए अर्थी पर पड़े कफन को मुंह से हटाने की कोशिश करता रहा। लोगों ने मालिक की मौत पर बछड़े को रोते हुए देखा तो व्यक्ति का अंतिम संस्कार उससे ही करवाया। यह घटना 10 सितंबर की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक मरने वाला शख्स मेवालाल ठाकुर​​​​​​ की कोई औलाद नहीं थी। उन्होंने कुछ साल पहले एक बछड़ा पाला था। हालांकि तीन महीने पहले आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने बछड़े को पास के गांव पपोरा में बेच दिया था।

बछड़ा जब श्मशान पहुंचा तो वह अर्थी के आस-पास घूमने लगा और जोर-जोर से रंभाने लगा। उसने मेवालाल का चेहरा देखने के लिए कफन हटाने की कोशिश भी की। गांव वालों ने बछड़े का मालिक के लिए प्यार देखकर उसे मेवालाल का बेटा बताया। इसलिए उन्होंने मेवालाल का अंतिम संस्कार भी बछड़े से करवाया।

वीडियो में वह चिता की परिक्रमा करता दिखाई दे रहा है। जब तक चिता जलती रही। बछड़ा वहां से हटा नहीं। यह दृश्य देखकर मौके पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं और इस पूरी घटना को लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया।

100 फीट की गहरे बोरवेल में गिरी 2 साल की बच्ची...रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

100 फीट की गहरे बोरवेल में गिरी 2 साल की बच्ची...रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

  दौसा: राजस्थान के बांदीकुई के आभानेरी गांव में घर के बाहर खेल रही 2 साल की मासूम बच्ची 100 फीट गहरे बोरलेव में गिर गई। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और बच्ची को निकालने का प्रयास शुरू किया गया। घटना सुबह करीब 11 बजे की बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक गांव में देवनारायण गुर्जर की बेटी अंकिता सवेरे अपने घर के बाहर खेल रही थी। घर के पास ही एक खुला बोरवेल है, जिसमें वह अचानक गिर गई। कुछ देर तक जब बच्ची नहीं दिखी तो घर वालों ने उसकी तलाश शुरू की, इस बीच बोरवेल से उसके रोने की आवाज आई। बच्ची की आवाज सुनकर परिजनों ने प्रशासन को सूचना दी।

अंकिता के दादा कमल सिंह ने बताया कि ये बोरवेल दो साल पहले खोदा गया था, लेकिन सूखा निकलने के कारण बोरवेल को ढक्कन लगाकर छोड़ दिया गया। आज सुबह ही मैंने बोरवेल में मिट्टी भरने ढक्कन खोला था। करीब 11 बजे तक बोरवेल में 100 फीट तक मिट्टी भी भर दी थी। उसके बाद मैं कमरे में थोड़ा आराम करने चला गया और पीछे से अंकिता खेलते हुए बोरवेल के पास पहुंची और गिर गई।

बच्ची का पिता डूंगरपुर में है, वह वहां ठेकेदारी का काम करता है। इधर, इस घटना के बाद बच्ची की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार बार प्रार्थना कर रही है कि उसकी बेटी सकुशल बाहर निकाल जाए। वहीं एसडीआरएफ की टीम भी बच्ची को बचाने के लिए पहुंच गई है। बच्ची के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा बोरवेल में डाला गया है। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

मशहूर गायक दलेर मेहंदी को HC से मिली जमानत, 2 साल की सजा को किया निलंबित, इस मामले में काट रहे थे सजा

मशहूर गायक दलेर मेहंदी को HC से मिली जमानत, 2 साल की सजा को किया निलंबित, इस मामले में काट रहे थे सजा

 चंडीगढ़: मशहूर गायक दलेर मेंहदी को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय ने उन्हें जमानत दी है। हाईकोर्ट ने उनकी 2 साल की सजा को निलंबित कर उन्हें जमानत दे दी है।

बता दें कि दलेर मेंहदी को कबूतर बाजी मामले में कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई थी। सिंगर दलेर मेंहदी मानव तस्करी के आरोप में जेल गए थे। पिछली बार उन्होंने इसके लिए कोर्ट में अपील की थी लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका रद्द कर दी थी।

लिवर डोनेट कर पिता की जिंदगी बचाना चाहता था बेटा, सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाता उससे पहले ही आ गई मौत

लिवर डोनेट कर पिता की जिंदगी बचाना चाहता था बेटा, सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाता उससे पहले ही आ गई मौत

 नई दिल्‍ली। उत्तर प्रदेश के एक नाबालिग लड़के ने गंभीर रूप से बीमार अपने पिता को लिवर दान करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पहले ही नाबालिग के पिता की मौत हो गई। इस संबंध में अदालत को बुधवार को जानकारी दी गई। इसके बाद जस्टिस कौल और जस्टिस अभय ओका की पीठ ने मामले की कार्यवाही स्थगित करने का फैसला किया।

यह मामला इससे पहले शुक्रवार को चीफ जस्टिस यूयू ललित के संज्ञान में लाया गया था, जिन्होंने मामले की तत्परता को समझते हुए इसे सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए थे। पीठ ने कहा था कि बेटे ने स्वेच्छा से अपना लिवर पिता को दान करने की इच्छा जताई है। लेकिन उसके नाबालिग होने की वजह से संबंधित कानून के तहत ऐसा करने की मंजूरी नहीं है। अदालत ने इस मामले में यूपी सरकार को नोटिस जारी कर राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी को सुनवाई के दौरान अदालत में मौजूद रहने को कहा था।

पिछले शुक्रवार को अदालत ने याचिका सुनी और कहा कि सोमवार को दलीलें सुनेंगे। अदालत को यह तय करना था कि क्‍या ऐसी असाधारण परिस्थितियों में नाबालिग को अपने पिता को लिवर दान करने की अनुमति दी जा सकती है। बुधवार को एडवोकेट गरिमा प्रसाद (यूपी की ऐडिशनल एडवोकेट जनरल) ने अदालत को बीमार पिता के गुजरने की जानकारी दी। जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एएस ओका की बेंच को प्रसाद ने बताया कि 5 सितंबर से वेंटिलेटर पर रहे व्‍यक्ति की शनिवार को मौत हो गई।

अंगदान पर भारत में क्‍या कानून है?

अंगदान के विषय में मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994 (Transplantation of Human Organs Act) लागू होता है। इसके अनुसार, केवल वयस्‍क और मृत नाबालिगों के अंगों को ही दान में दिया जा सकता है। संविधान में स्‍वास्‍थ्‍य को राज्‍य सूची में रखा गया है। कानून से परे जाकर, असाधारण परिस्थितियों में विभिन्‍न हाई कोर्ट्स ने नाबालिगों को अंगदान की अनुमति दी है।

मेडिकल तकनीक के विस्‍तार के साथ ही अब लिवर डोनेशन की संख्‍या बढ़ी है। एंड-स्‍टेज लिवर बीमारी से जूझ रहे लोगों की जिंदगी बचाने के लिए ट्रांसप्‍लांट ही एकमात्र रास्‍ता बचता है। समय रहते लिवर ट्रांसप्‍लांट जरूरी है। सर्जरी में डोनर के स्‍वस्‍थ लिवर का एक हिस्‍सा (अधिकतम 60 प्रतिशत) निकाला जाता है और बीमार व्‍यक्ति के लिवर से रीप्‍लेस कर दिया जाता है। लिवर ऐसा अंग जो रीजेनेरेट हो सकता है, इसलिए कुछ हफ्तों में डोनर और रेसीपिएंट, दोनों का लिवर नॉर्मल साइज में आ जाता है।

सड़क हादसे में 12 गायों की मौत, शवों के पास बैठ कंप्यूटर बाबा ने दिया धरना

सड़क हादसे में 12 गायों की मौत, शवों के पास बैठ कंप्यूटर बाबा ने दिया धरना

 मध्य प्रदेश। रायसेन जिले के NH45 पर हुए सड़क हादसे में 12 से ज्यादा गायों की मौत हो गई। यह हादसा सेमरी खुर्द सुल्तानपुर के पास हुआ। उसी दौरान इसी रास्ते से गुजर रहे कम्प्यूटर बाबा इस घटना को देखकर गायों के शवों के साथ धरने पर बैठ गए।

दरअसल कम्प्यूटर बाबा ने बताया कि वह सुबह रायसेन से भोपाल की तरफ जा रहे थे और सुल्तानपुर के पास सड़क पर डेढ़ दर्जन से ज्यादा गायें मरी पड़ी थीं। यह देखकर मुझे बड़ा दुख लगा और वहीं पर धरने पर बैठ गया। उन्होंने सरकार से निवेदन करते हुए कहा कि गायों को गौशालाओं में भेजा जाए। ऐसा अगर नहीं तो होता है तो संत समाज ठोस कदम उठाएगा। हम गौमाता की ऐसी दुर्दशा नहीं देख सकते।

इस दौरान कम्प्यूटर बाबा ने गौशाला मालिकों को भी जमकर लताड़ा। उन्होंने प्रशासन से मालिकों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं के मालिकों को भी सुधरना जरूरी है, वो गाय का दूध निकाल कर उन्हें छोड़ देते हैं। हालांकि बाद में प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद कम्प्यूटर बाबा ने धरना खत्म किया।

 
होमवर्क नहीं करने पर ट्यूशन टीचर ने जलाया तीन साल की मासूम का गाल, मामला दर्ज

होमवर्क नहीं करने पर ट्यूशन टीचर ने जलाया तीन साल की मासूम का गाल, मामला दर्ज

 महाराष्ट्र: होमवर्क नहीं करने पर साढ़े तीन साल की बच्ची को उसके ट्यूशन टीचर ने एक दिल दहला देने वाली सजा दे दी जिसके बाद शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। दरअसल, महाराष्ट्र के पनवेल के खारघर में होमवर्क नहीं करने पर ट्यूशन टीचर ने साढ़े तीन साल की बच्ची का गाल ही जला डाला। इस मामले में परिजनों ने खारघर पुलिस स्टेशन जाकर शिक्षिका पर केस दर्ज करा दिया है। पुलिस ने आरोपी महिला पर IPC की aधारा 234 के साथ जुवेनाइल जस्टिस की धारा 75 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी महिला मकरंद विहार के घरकुल सोसाइटी सेक्टर 15 स्थित अपने घर पर ट्यूशन क्लास लेती है। अजीनाथ बावरे की साढ़े तीन साल की बेटी भी इसी टीचिंग क्लास में पढ़ती है।

कुछ बोल नहीं पा रही थी बच्ची
8 सितंबर को हमेशा की तरह बच्ची के माता-पिता ने उसे शाम 4 बजे ट्यूशन छोड़ दिया और रात 8 बजे अपनी लड़की को वापस क्लास से लिया, लेकिन बच्ची के गालों और हाथों पर लाल चटक थी, साथ ही पीड़िता कुछ बोल नहीं पा रही थी। हालांकि देर रात मामले का खुलासा हुआ और यह साफ हो गया कि उसे गरम वस्तू से जलाया गया है। माता-पिता फौरन बच्ची को अस्पताल ले गए और सोमवार देर रात महिला शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया।

गर्म वस्तू से बच्ची को जलाया
खारघर पुलिस ने बताया कि शिक्षिका ने लड़की को रसोईघर में इस्तेमाल की जानी वाली वस्तू को गरम कर लगाया था, जिससे उसके शरीर पर चोंट आ गई, लेकिन शिक्षिका ने इन आरोपों को नकार दिया है। हालांकि उस बच्ची के अन्य सहपाठियों ने बताया कि शिक्षिका ने बच्ची को गर्म वस्तु लगाई थी, क्योंकि वो अपना होमवर्क ठंग से नहीं कर रही थी। पुलिस ने आरोपी महिला शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।

कोर्ट में महिला शिक्षिका के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी पुलिस
वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच कर सबूत इकट्ठा करने का प्रयास कर रही है और जांच पूरी होने के बाद पुलिस कोर्ट में महिला शिक्षिका के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी। आरोपी शिक्षिका की गिरफ्तारी न होने के कारण पीड़ित बच्ची के परिजन बेहद नाराज हैं। हालांकि 3 साल की बच्ची से इस तरह की घटना के बाद सोसायटी के लोग अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर काफी डर गए हैं।

बड़ी खबर: पेड़ से लटके मिले दो बहनों के शव, मां बोली- मेरे सामने दो युवकों ने अगवा किया, फिर खेत में लेजाकर रेप किया

बड़ी खबर: पेड़ से लटके मिले दो बहनों के शव, मां बोली- मेरे सामने दो युवकों ने अगवा किया, फिर खेत में लेजाकर रेप किया

 लखीमपुर खीरी के निघासन थाना क्षेत्र से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि यहां बुधवार शाम दो सगी बहनों के शव एक पेड़ से लटके मिले। दोनों नाबालिग थीं। एक 7वीं और दूसरी 10वीं कक्षा में पढ़ती थी। उम्र 15 और 17 साल थी। मां ने आरोप लगाया कि 'दोनों बेटियों को उनके सामने दो युवकों ने अगवा किया।' इसके बाद खेत में ले जाकर रेप किया और हत्या कर दी। घटना निघासन थाना क्षेत्र की है।

मां ने बताई आंखों देखी- रोकने की कोशिश की तो लात मार दी
लड़कियों की मां ने रोते हुए बताया, ''बुधवार शाम 4 बजे का वक्त था। मेरी दोनों बेटियां घर के बाहर बैठी थीं। मैं भी बाहर ही नल पर बर्तन धो रही थी। अचानक बाइक पर दो युवक आए और मेरी दोनों बेटियों को बाइक पर जबरन बैठा लिया। मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की। तभी बाइक सवार युवक ने मेरे पेट पर लात मार दी।

वह एक ही बाइक पर बेटियों को लेकर फरार हो गए। मैं चिल्लाई तो गांव के कई लोगों ने बाइक सवारों का पीछा किया। मगर, वे पकड़ में नहीं आए। काफी देर तक तलाश की। बाद में दोनों बेटियों के शव गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर एक गन्ने के खेत में पेड़ से लटके मिले। रेप करने के बाद मेरी बेटियों की हत्या करके शव को फंदे पर लटका दिया।''

वारदात के वक्त पिता घर पर नहीं थे। बेटियों के शव मिलने के बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है। पिता ने बताया,"मैं जब घर पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला। मैंने आसपास के लोगों से पूछा तो मुझे घटना के बारे में पता चला। मैं भी उधर की तरफ भागा, जिधर सब गए थे। वहां मेरी बेटी के शव पेड़ पर लटके हुए थे। गांव के ही एक लड़के ने अपहरण करके मेरी बेटियों की हत्या की है।"

ग्रामीणों की SP से झड़प, IG ने संभाला मोर्चा
घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने देर रात निघासन चौराहे पर जाम लगा दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान एसपी संजीव सुमन की ग्रामीणों से झड़प हो गई। इसके बाद, उन्होंने प्रदर्शनकारियों को सख्त हिदायत दी। कहा, "कानून व्यवस्था सभी के लिए है। रोड जाम करना कोई विकल्प नहीं है।" काफी मशक्कत के बाद जाम हटवाया गया। खुद IG लक्ष्मी सिंह ने रातभर गांव में कैंप किया। रात में ही वह घटनास्थल पर पहुंचीं। इसके बाद परिजन से मुलाकात की।

आईजी ने कहा, "परिजन की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। अभी मौत का कारण पता नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही वजह का पता चल सकेगा।''

पत्नी ने 2 हजार रुपए के लिए पति को मायके बुलाकर पीटा, आंख में डाल दिया तेजाब

पत्नी ने 2 हजार रुपए के लिए पति को मायके बुलाकर पीटा, आंख में डाल दिया तेजाब

 सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी रीगा थाना क्षेत्र के शाहबाजपुर गांव में एक पत्नी ने केवल 2 हजार रुपए के विवाद के चलते अपने पति की आंख में तेजाब डाल दिया। जिस कारण पति की आंख की रोशनी चली गई। वहीं घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पति को रीगा के पीएचसी में भर्ती कराया, जहां पीड़ित की स्थिति गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सूचना पर जख्मी के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे हैं। पीड़ित की हालत गंभीर है।

जानकारी के मुताबिक, 15 दिन पहले 2000 रुपए को लेकर दोनों पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था. इसके बाद पत्नी मायके चली गई थी। इस मामले में पीड़ित के भाई ने बताया कि उनके भाई नागेश्वर ने 10 साल पहले शाहबाजपुर गांव की रामदयाल शाह की बेटी पार्वती कुमारी के साथ प्रेम विवाह किया था। दोनों के एक बेटा है। दोनों के बीच बहुत ही प्यार था। रिश्ता भी बहुत अच्छा चल रहा था, लेकिन 15 दिन पहले 2 हजार रुपए के लिए दोनों में विवाद हो गया, जिसके बाद पार्वती गुस्से में मायके चली गई थी।

पति को मायके बुलाकर पीटा, आंख में डाल दिया तेजाब
पीड़ित के भाई ने बताया कि मंगलवार शाम को पार्वती ने फोन कर अपने पति को मायके बुलाया था। जब नागेश्वर अपने सुसराल पहुंता तो वहां उसकी पत्नी ने अपने माता-पिता और अन्य लोगों के साथ मिलकर उसकी पिटाई की, पिटाई करने के बाद उसने नागेश्वर की आंख में तेजाब डाल दिया। घटना के बाद नागेश्वर की आंख की रोशनी चली गई है।

प्रधानमंत्री के इस योजना से किसानों को हर महीने मिल रहा है 3 हजार रुपये, जाने कैसे करे अप्लाई

प्रधानमंत्री के इस योजना से किसानों को हर महीने मिल रहा है 3 हजार रुपये, जाने कैसे करे अप्लाई

 प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना एक सरकारी स्कीम है जिसमें बुजुर्गों और किसानों को सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन दिए जाने का प्रावधान है। जिनकी उम्र 18 से 40 साल के बीच है और जिनके नाम 1.08.2019 से भूमि रिकॉर्ड में शामिल है वही इस योजना का लाभ उठा सकते है। इस स्कीम के दायरे में छोटे और सीमांत किसान आते हैं।


60 साल की उम्र होते ही इस स्कीम के दायरे में आने वाले किसान को कम से कम हर महीने 3000 रुपये की गारंटीड पेंशन दी जाती है। अगर किसान की मृत्यु हो जाए, तो उसकी पत्नी (पति भी अगर महिला किसान हो) को पेंशन का 50 फीसद पैसा फैमिली पेंशन के रूप में दिया जाता है। इस योजना के तहत किसान की पत्नी या महिला किसान हो तो उसके पति को ही फैमिली पेंशन दिए जाने का नियम है।

पीएम किसान पेंशन के लिए अप्लाई
1.जो किसान इस योजना का लाभ लेना चाहता है, उसे नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर में जाना होगा।
2.योजना में अपना नाम शामिल करने के लिए आधार कार्ड और आईएफएससी कोड के साथ सेविंग्स बैंक अकाउंट भी देना होगा। बैंक अकाउंट के लिए बैंक पासबुक या चेक की कॉपी, चेकबुक या बैंक स्टेटमेंट की कॉपी देनी होती है।
3.खाता खुलने के बाद शुरुआती योगदान विलेज लेवल आंत्रप्रेन्योर (वीएलई) के पास कैश में जमा कराना होगा।
4.वीएलई आधार नंबर, लाभार्थी का नाम और आधार पर छापे गए डेट ऑफ बर्थ को वेरिफाई करेगा।
5.वीएलई बैंक डिटेल, मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस, पति या पत्नी का नाम, नॉमिनी के नाम के आधार पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पूरा करेगा।
6.रजिस्ट्रेशन होने के बाद लाभार्थी की उम्र के हिसाब से सिस्टम मंथली पेमेंट का हिसाब बता देगा।
7.खाता खुलने के बाद पहली किस्त कैश में वीएलई के पास जमा करानी होगी।
8.डेबिट मैंडेट फॉर्म सिस्टम से प्रिंट होकर बाहर आ जाएगा जिस पर लाभार्थी को दस्तखत करना होगा. वीएलई इस फॉर्म को स्कैन करेगा और उसे सिस्टम पर अपलोड कर देगा।
9.इसी के साथ एक यूनीक किसान पेंशन अकाउंट नंबर या केपैन जनरेट होगा और किसान कार्ड प्रिंट होकर मिल जाएगा।

किसान पेंशन स्कीम का फायदा

1.पेंशन स्कीम के अंतर्गत लाभार्थी को मैच्योरिटी पर 3000 रुपये तक की पेंशन दी जाती है। पेंशन की इस राशि से किसान अपने रोजमर्रा के खर्च को चला सकता है।
2.लाभार्थी किसान जब तक 60 साल की उम्र का न हो जाए, तब तक उसे 18 साल से लेकर 40 साल की उम्र तक हर महीने खाते में 55 रुपये से लेकर 200 रुपये तक जमा कराना होता है।
3.लाभार्थी किसान ज्योंहि 60 साल का हो जाता है, उसे पेंशन पाने के लिए क्लेम जमा करना होता है,इसके बाद किसान के खाते में हर महीने एक निर्धारित राशि जमा होने लगती है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल का बड़ा फैसला, छत्तीसगढ़ समेत 5 राज्यों में कई समुदायों को ST का दर्जा देने के प्रस्ताव को दी मंजूरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल का बड़ा फैसला, छत्तीसगढ़ समेत 5 राज्यों में कई समुदायों को ST का दर्जा देने के प्रस्ताव को दी मंजूरी

 नई दिल्ली: छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को अनुसूचित जनजाति श्रेणी के तहत कई आदिवासी समुदायों को अधिसूचित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने कैबिनेट की बैठक के बाद मीडियाकर्मियों को बताया कि ये प्रस्ताव कई वर्षों से लंबित हैं।

उन्होंने कहा कि मूल रूप से वर्तनी की त्रुटियों और कई समुदायों के समान लगने वाले नामों के कारण, इन्हें बहुत लंबे समय तक एसटी श्रेणी में नहीं लाया जा सका। कैबिनेट ने संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश, 1950 में संशोधन करने के लिए संसद में एक विधेयक पेश करके तमिलनाडु के कुरीविक्करन समुदाय को अनुसूचित जनजाति वर्ग के तहत शामिल करने के मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दी।

एयर इंडिया का विमान रनवे पर हुआ धुआं-धुआं, इमरजेंसी में निकाले गए यात्री, मचा हडकंप

एयर इंडिया का विमान रनवे पर हुआ धुआं-धुआं, इमरजेंसी में निकाले गए यात्री, मचा हडकंप

 नई दिल्ली। मस्कट अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आज एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक विमान से अचानक धुंआ निकलने लगे। कोचीन जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX 442 के इंजन नंबर 2 से धुएं निकलने और आग लगने के बाद बुधवार को 140 से अधिक यात्रियों को इमरजेंसी में निकालना पड़ा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हादसे में करीब 14 लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि यात्री विमान से धुआं निकलने के बाद स्लाइड पर एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान से यात्रियों को बाहर निकाला गया। अधिकारियों ने कहा कि यह विमान बुधवार की सुबह कोच्चि के लिए रवाना होने वाला था लेकिन उससे पहले ये हादसा हो गया। बता दें कि मस्कट ओमान की राजधानी है।

घटनाक्रम की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा, “VT AXZ के तौर पर रजिस्टर्ड विमान, बी737-800 मस्कट में टेक-ऑफ के लिए तैयार था तभी उसमें धुंआ और इंजन नंबर 2 में आग लगने के बारे में पता चला। हालांकि सभी यात्रियों (141+4 शिशुओं) को सुरक्षित रूप से निकाल लिया गया।” अधिकारी ने कहा, “यात्रियों को टर्मिनल बिल्डिंग ले जाया गया है और उन्हें वापस लाने के लिए एक राहत उड़ान की व्यवस्था की जाएगी।”

89 साल का बुजुर्ग कर रहा था बार-बार सेक्स की मांग, परेशान होकर पत्नी ने उठाया ये कदम

89 साल का बुजुर्ग कर रहा था बार-बार सेक्स की मांग, परेशान होकर पत्नी ने उठाया ये कदम

 गुजरात के वड़ोदरा से एक बेहद ही अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां 87 साल की पत्नी ने हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर पति की बार-बार सेक्स करने की जिद की वजह से छुटकारा दिलाने की मांग की है।

बुजुर्ग महिला ने जब हेल्पलाइन नंबर 181 अभयम पर कॉल करके बताया कि उसका 89 साल का पति बार-बार सेक्स करने की मांग करता है तो यह सुनकर वो लोग भी दंग रह गए। महिला ने एक-एक करके पति की सारी बातें बताई। उसने बताया कि बीमारी में भी मेरे साथ संबंध बनाना चाहता है। वो अपने पति की इस हरकत से छुटकारा पाना चाहती है।

खबरों की माने तो शिकायत मिलने के बाद अभयम टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने पति को योग करने की सलाह दी। इसके साथ ही सेक्सोलॉजिस्ट के पास जाने के लिए कहा ताकि उनका ट्रीटमेंट हो सके। टीम अभयम की मानें तो मामला एक सम्मानित परिवार से जुड़ा है।

बुजुर्ग महिला का पति पेशे से इंजीनियर था। दोनों के बीच शादीशुदा लाइफ बहुत ही खूबसूरत रही है। वो अपने बहू और बेटे के साथ रहते हैं। लेकिन कुछ वक्त से बुजुर्ग शख्स के स्वभाव में परिवर्तन हो गया है। वो अपनी पत्नी को बार-बार शारीरिक होने के लिए दबाव बनाता है।

महिला ने बताया कि जब वो शारीरिक संबंध बनाने से इंकार करती है तो उसका पति काफी एग्रेसिव हो जाता है। डांटता है, चिल्लाता है। वो कुछ दिनों से बीमार हैं। पति की जिद की वजह से उसे मजबूर हेल्पलाइन पर कॉल करना पड़ा।

हेल्पलाइन अधिकारी ने बताया कि हमें दो दिन पहले कॉल आया, जिसके बाद हमने तुरंत उस शख्स से मुलाकात की और उनसे कहा कि आपकी छवि धूमिल हो रही है और आपकी पत्नी भी परेशान हैं। अधिकारियों ने फैमिली मेंबर्स से उन्हें और काउंसलिंग सेशन कराने और सेक्सॉलजिस्ट के पास ले जाने का मशवरा दिया साथ ही काउंसलिंग भी की और अपना ध्यान दूसरी चीजों पर डायवर्ट करने, योगा, सीनियर क्लब जॉइन करने की सलाह दी है।

मां बोली- बेटी की हत्या कर फांसी पर लटकाया.. नवविवाहिता के सुसाइड का मामला, परिजनों का आरोप- पूरे शरीर और प्राइवेट पार्ट में हैं चोटों के निशान

मां बोली- बेटी की हत्या कर फांसी पर लटकाया.. नवविवाहिता के सुसाइड का मामला, परिजनों का आरोप- पूरे शरीर और प्राइवेट पार्ट में हैं चोटों के निशान

 मध्यप्रदेश: सागर के गोपालगंज थाना क्षेत्र की श्रीराम कॉलोनी में नवविवाहिता प्रतिष्ठा उर्फ ऊर्जा शर्मा की मौत का मामला हत्या और आत्महत्या के बीच उलझ गया है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार है। बेटी की मौत की खबर मिलते ही मायके पक्ष के लोग कटनी से सागर पहुंचे। मृतका प्रतिष्ठा की कटनी निवासी मां धर्मिष्ठा भट्‌ट ने आरोप लगाते हुए कहा कि बेटी की हत्या कर ससुराल वालों ने फंदे पर लटकाया है। बेटी के पूरे शरीर पर चोटों के निशान हैं। हाथों पर कट लगे हुए हैं, जैसे किसी धारदार वस्तु से काटे गए हों। गुप्तांग में भी चोटों के निशान हैं। मां धर्मिष्ठा ने आगे कहा कि बेटी प्रतिष्ठा की शादी 20 जनवरी को सागर श्रीराम कॉलोनी निवासी पुनीत शर्मा के साथ की थी।

पैतृक संपत्ति बेचकर दहेज में 21 लाख दिए थे। दामाद नशा करता था। वह अक्सर बेटी से दहेज की मांग और बच्चा पैदा करने की बात कहकर प्रताड़ित करता था। बेटी ने मुझे बताया था। मेरी बेटी की हत्या की गई है। बेटी को न्याय मिलना चाहिए। मामले में मृतका प्रतिष्ठा के परिवार वालों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की। उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष के लोग जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं। मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।

पति पुनीत शर्मा के साथ मृतका प्रतिष्ठा शर्मा।

पति पुनीत शर्मा के साथ मृतका प्रतिष्ठा शर्मा।

रात पौने 3 बजे बताया कि बेटी की मौत हो गई
मृतिका प्रतिष्ठा के चाचा शरद भट्‌ट ने कहा कि रात करीब पौने 3 बजे दामाद पुनीत के चाचा सूरज शर्मा ने फोन पर जानकारी दी कि प्रतिष्ठा की मौत हो गई है। उसने फांसी लगा ली है। सागर आकर देखा तो बेटी के शरीर पर चोटों के निशान थे। उसके साथ मारपीट की गई है। ससुराल वालों ने ही बेटी की हत्या की है। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होना चाहिए।

सागर पहुंची मृतका प्रतिष्ठा की मां और मायके पक्ष के अन्य लोग।

सागर पहुंची मृतका प्रतिष्ठा की मां और मायके पक्ष के अन्य लोग।

घर में फंदे पर झूलता मिला था शव
रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात प्रतिष्ठा उर्फ ऊर्जा पति पुनीत शर्मा उम्र 27 साल निवासी श्रीराम कॉलोनी का शव घर के कमरे में फंदे पर झूलता मिला था। सूचना पर गोपालगंज थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा बनाया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा था। पीएम डॉक्टर की पैनल से कराया गया है। पुलिस को मामले में मृतका की पीएम रिपोर्ट आने का इंतजार है।

एडिशनल एसपी विक्रम सिंह ने बताया कि नवविवाहिता की मौत मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया है। पीएम रिपोर्ट आने पर मौत का कारण स्पष्ट होगा। मायके पक्ष के बयान लिए जा रहे हैं। मामले में निष्पक्ष जांच की जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सपा नेता आजम खान को आया हार्ट अटैक, दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती

सपा नेता आजम खान को आया हार्ट अटैक, दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती

 दिल्ली। सपा नेता आजम खान को हार्ट अटैक आया है। उन्हें दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है । आईसीयू में विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, आजम खान जब रामपुर में थे, तो उन्हें सीने में जलन, दर और सांस लेने में तकलीफ महसूस हुई थी।  

मंगलवार को आजम खान दिल्ली आए हुए थे इस दौरान उन्हें दिल्ली गंगा राम अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद आजम खान को बताया कि उन्हें हर्ट अटैक आया था ।  जाँच में उनके दिल की एक नस में ब्लॉकेज मिला है ।  बाद में डॉक्टरों ने एंजियोप्लास्टी के बाद उनके हॉर्ट में एक स्टंट डाला था । डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

हिंदी दिवस : 14 सितंबर को क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस... जानिए इसका इतिहास

हिंदी दिवस : 14 सितंबर को क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस... जानिए इसका इतिहास

 Hindi Diwas 2022: देश में हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी दिवस एक बार नहीं बल्कि साल में दो बार मनाया जाता है। 14 सितंबर, 1949 में देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया था। इसके बाद हिंदी का महत्व बढ़ाने और इसे हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए 1953 से हर साल देशभर में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाने लगा। इसके अलावा 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।

क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस
14 सितंबर को हिंदी के महान साहित्यकार व्यौहार राजेंद्र सिंह का जन्मदिन भी है। यह वजह भी है कि इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी को विशेष दर्जा दिलवाने में गोविंद दस, हजारीप्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर और मैथिलीशरण गुप्त का अहम योगदान रहा है। वर्ष 1918 में महात्मा गांधी ने एक हिंदी साहित्य सम्मेलन के दौरान हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कहा था। बता दें, गांधी जी हिंदी को जनमानस की भाषा कहते थे। उनका हिंदी से खास लगाव था।

फारसी शब्द हिंद से बनी हिन्दी

हिंदी का नाम फारसी शब्द ‘हिंद’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है सिंधु नदी की भूमि। फारसी बोलने वाले तुर्क जिन्होंने गंगा के मैदान और पंजाब पर आक्रमण किया, 11वीं शताब्दी की शुरुआत में सिंधु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा को ‘हिंदी’ नाम दिया था। यह भाषा भारत की आधिकारिक भाषा है और संयुक्त अरब अमीरात में एक मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक भाषा है।

जानिए हिंदी दिवस का इतिहास
देवनागरी लिपि में लिखी गई एक इंडो-आर्यन भाषा हिंदी को वर्ष 1949 में संविधान सभा द्वारा भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी और घोषित किया गया था। यह भारतीय गणराज्य की 22 आधिकारिक भाषाओं में से एक है।

भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1949 से शुरू होकर हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया। और हिंदी साहित्य को मनाने के लिए देश भर में कई अन्य सांस्कृतिक उत्सव मनाए जाते हैं।

हिंदी दिवस के अलावा, 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस भी मनाया जाता है, जो 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में आयोजित पहले विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है, जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। यह पहली बार 2006 में पूर्व प्रधान मंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा दुनिया भर में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया गया था।

जानें क्या है महत्व
हिंदी साहित्य का सम्मान करने और हिंदी भाषा के प्रति सम्मान दिखाने के लिए इस दिन देश भर में कई सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए जाते हैं। हिंदी दिवस पर, मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों,राष्ट्रीय बैंकों और नागरिकों को हिंदी भाषा में उनके योगदान के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार जैसे पुरस्कार प्राप्त होते हैं।

सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (पीएसयू), विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, राष्ट्रीय बैंकों और व्यक्तियों को हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है।

भारत में जल्द खत्म होंगे टोल प्लाजा, हाईवे पर लंबी कतारों से मिलेगी राहत, सरकार लाएगी ये नया सिस्टम

भारत में जल्द खत्म होंगे टोल प्लाजा, हाईवे पर लंबी कतारों से मिलेगी राहत, सरकार लाएगी ये नया सिस्टम

 नई दिल्ली: भारत में जल्द ही टोल प्लाजा खत्म होने वाला है। इससे लोगों को टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी कतारों से राहत मिलेगी। दरअसल टोल प्लाजा को ऑटो नंबर पहचान प्रणाली से बदल दिया जाएगा। इस प्रणाली से आपके अकाउंट से ऑटोमैटिक पैसे कट जाएंगे।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र टोल प्लाजा को ऑटोमैटिक नंबर प्लेट पहचान प्रणाली से बदलने के लिए पायलट परियोजनाओं का संचालन कर रहा है, जो वाहन मालिकों के बैंक अकाउंट से शुल्क में कटौती को सक्षम करेगा।

मंत्री ने कहा कि फास्टैग की शुरुआत के बाद राज्य के स्वामित्व वाले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टोल इनकम में सालाना 15 हजार करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। अब हम ऑटोमोबाइल नंबर प्लेट टेक्नोलॉजी लॉन्च करने जा रहे हैं। जिससे कोई टोल प्लाजा नहीं होगा।

बता दें कि 2018-19 के दौरान टोल प्लाजा पर वाहनों के लिए औसत प्रतीक्षा समय 8 मिनट था। 2020-21 और 2021-22 के दौरान फास्टैग आने से गाड़ियों के लिए एवरेज वेटिंग टाइम घटकर 47 सेंकड हो गया है। फिर भी पीक आवर्स के दौरान टोल प्लाजा में कुछ देरी होती है।

इस टेक्नोलॉजी के तहत आपको अपनी कार में एक जीपीएस डिवाइस लगाना होगा। आप जैसे ही टोल वाले हाइवे पर गाड़ी लाएंगे टोल की कैलकुलेशन शुरू हो जाएगी। आपने जितनी दूरी का सफर उस सड़क पर शुरू किया है। उसके हिसाब से पैसे काट लिए जाएंगे। ये रकम सीधे आपके बैंक खाते से कटेगी। आपको अपने बैंक अकाउंट की जानकारी भी सरकार को देनी होगी। साथ ही आपको अपना वाहन रजिस्टर कराना होगा। इस सिस्टम से स्थानीय लोगों को टोल पर मिलने वाली छूट बंद हो जाएगी।

अगर जीपीएस आधारित टोल सिस्टम लागू होता है। लोगों को फिक्स्ड चार्ज नहीं देना होगा बल्कि जितनी दूर उन्होंने ट्रेवल किया है उन्हें उतना ही पैसा देना होगा। इससे टोल प्लाजा के पास जाम की समस्या खत्म हो जाएगी।

गोवा कांग्रेस को बड़ा झटका, 11 में से 8 विधायक भाजपा में शामिल

गोवा कांग्रेस को बड़ा झटका, 11 में से 8 विधायक भाजपा में शामिल

 पणजीः महाराष्ट्र के बाद गोवा में राजनीतिक भगदड़ मच गई है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के 11 में से 8 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। आज शाम मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और गोवा भाजपा के अध्यक्ष सदानंद तनावड़े प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं।एक ओर aभारत जोड़ो यात्रा कर रही है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के विधायक पार्टी तोड़ रहे हैं। गोवा में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने वाले 11 में 8 विधायकों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि ये 8 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माइकल लोबो का नाम भी शामिल है।

विधायकों के नाम
1. दिगंबर कामत
2. मायकल लोबो
3. दिलायला लोबो
4. केदार नाइक
5. राजेश फलदेशाई
6. संकल्प अमनोकर
7. एलेक्जियो सिक्वेरा
8. रुडॉल्फ फर्नान्डिस



गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सदानंद तनावड़े आठों विधायकों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं। इन विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद गोवा कांग्रेस के पास सिर्फ 3 विधायक बचेंगे। कांग्रेस के बागी विधायकों पर दलबदल कानून लागू नहीं होगा। बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है।

गोवा में विधानसभा की 40 सीटों के लिए इसी साल फरवरी में चुनाव हुए थे। गोवा में भाजपा गठबंधन के पास 25 विधायक और कांग्रेस के पास 11 विधायक हैं। इनमें से कांग्रेस के 8 विधायकों के भाजपा में जाने के बाद सरकार के पास विधायकों की संख्या 33 और कांग्रेस के पास 3 विधायक बचेंगे।

बड़ी खबर: निर्माणाधीन बिल्डिंग की लिफ्ट टूटने से 6 लोगों की मौत

बड़ी खबर: निर्माणाधीन बिल्डिंग की लिफ्ट टूटने से 6 लोगों की मौत

 अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि यहां आज बुधवार को उस वक्त दर्दनाक हादसा हो गया, जब एक निर्माणाधीन बिल्डिंग की लिफ्ट टूट गई और इसमें 6 लोगों की मौत हो गई। फिलहाल, इस घटना के बाद चारों तरफ-चीख पुकार मची हुई है।

खाई में गिरी मिनीबस, हादसे में 11 लोगों की मौत...25 से ज्यादा घायल

खाई में गिरी मिनीबस, हादसे में 11 लोगों की मौत...25 से ज्यादा घायल

 पुंछः जम्मू कश्मीर के पुंछ के सवजियान में दर्दनाक सड़क हादसा हो गया है। इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 25 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मृतक के परिवार को 5 लाख और घायलों को 1 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।

मिनीबस पुंछ जिले के ही सौजियां से मंडी जा रही थी। इसी दौरान अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे की सूचना मिलते ही सेना ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरु किए। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

मुआवजे का एलान
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतक के परिवार के सदस्यों को 5-5 लाख रुपए की राहत राशि देने की घोषणा की। इसके साथ ही अधिकारियों को घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि "दुर्घटना में कुछ लोगों की आकस्मिक मौत हो गई है, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और सभी मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना है। मृतक के परिवार को 5 लाख और घायलों को 1 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।"

हादसे पर संवेदना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट किया है कि "पुंछ के सावजियान में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में लोगों की मौत अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।"

मंडी के तहसीलदार शहजाद लतीफ ने बताया कि "पुंछ के सवजियान इलाके में मिनी बस का हादसा हो गया। सेना द्वारा बचाव अभियान जारी है। दुर्घटना में अभी तक 11 लोगों की मृत्यु की सूचना है। घायलों को मंडी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।"