प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से हो रही पॉलीथीन की बिक्री
सीएमओ बोले-कहां हो रही बिक्री, नहीं है जानकारी
महासमुंद। पॉलीथीन और प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बावजूद इसके विक्रय पर रोक लगाने को लेकर पालिका का रवैया उदासीन है। यही कारण है कि प्रतिबंध लगने के डेढ़ माह बाद भी बाजार में इसकी बिक्री धड़ल्ले से जारी है। कार्रवाई न होने से इसका कारोबार शहर में फल-फूल रहा है और कारोबारी इससे लाखों रूपए की कमाई कर रहे है|
प्लास्टिक पर लगे प्रतिबंध का असर देखने के लिए शनिवार को इस प्रतिनिधि ने मुख्यालय के गोल बाजार स्थित करीब आधा दर्जन से अधिक थोक एवं चिल्हर दुकानों का जायजा लिया। इस दौरान दुकानों में ना सिर्फ प्लास्टिक से बने डिस्पोजल ग्लास ही नहीं बल्कि सिंगल यूज प्लास्टिक कैरीबैग की भी बिक्री बाजार में बेधड़क जारी है। बाजार में बिक्री की वजह पालिका द्वारा प्रतिबंध के बाद से कोई कार्रवाई नहीं किया जाना है। इधर, शहर के सब्जी बाजार और फल दुकानों में अभी भी ग्राहकों को सामान देने के लिए कैरी बैग के रूप में पॉलीथीन का ही उपयोग किया जा रहा है। बिक्री को लेकर एक व्यवसायी ने नाम ना बताते हुए कहा कि पहले इसके उत्पादन और सप्लाई पर प्रतिबंध लगना चाहिए, बाजार में सप्लाई होगी तो बिक्री होना लाजिमी है।
इस साल 19 प्रकरण दर्ज
पालिका से मिली जानकारी के मुताबिक जनवरी से नवंबर माह तक पालिका द्वारा सिंगल यूज कैरी बैग और प्लास्टिक सामग्रियों के खिलाफ अभियान चलाकर कुल 19 प्रकरण दर्ज किए गए हंै जिसमें शहर स्थित दुकानों और ठेलों से पॉलीथीन जब्ती का प्रकरण दर्ज किया गया है। कार्रवाई के दौरान कारोबारियों को बिक्री और उपयोग न करने की अपील पालिका ने की है।
कार्यक्रमों में डिस्पोजल की अधिक मांग
जानकारी के मुताबिक प्लास्टिक के डिस्पोजल की सबसे अधिक खपत शराबी कर रहे हंै। शहर की दुकानों और होटल,ढाबों में शराब सेवन के लिए ग्राहक इसी का उपयोग करते हंै। शहर के शराब दुकानों के आसपास अघोषित मयखानों में फैले डिस्पोजल को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके अलावा विवाह आदि कार्यक्रमों में इसी का उपयोग किया जाता है। बाजार में इसकी बिक्री भी खूब होती है। बाजार में इसकी बिक्री कहां हो रही है इसकी जानकारी नहीं है। जानकारी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। जानकारी हो तो बताइए कार्रवाई कर प्रकरण दर्ज किया जाएगा। कर्मचारियों को जांच के लिए भेजा जाएगा।
रमेश जायसवाल- सीएमओ नपा महासमुंद