शादी विवाह में प्रतिबंध के बाद भी डीजे का शोर जारी, अधिकारी नहीं कर रहे कार्रवाई
रायपुर | प्रदेश शासन द्वारा जिला अधिकारियों के माध्यम से डीजे पर एनजीबीटी की रिपोर्ट के आधार पर सार्वजनिक रूप से बजाने के संबंध में रोक लगी हुई है। शासन द्वारा डीजे के माध्यम से व्यापक ध्वनि प्रदूषण होने के कारण बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक होने वाली परेशानी/बेचैनी के मद्देनजर उक्त प्रतिबंध लगाया गया है। प्रतिबंध के बाद भी शादी विवाह में डीजे के फु ल वाल्युम में बजने से आसपास के लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। शहर में होने वाले विवाह समारोह अथवा मेरिज पैलेस/बड़े होटलों में होने वाले समारोह में भी बेखौफ डीजे बज रहा है। इस संबंध में नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. अजीत डेगवेकर के अनुसार लगातार डीजे के शोर से कानों में बहरेपन का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। ज्ञातव्य है कि ईएनटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया की प्रदेश इकाई छत्तीसगढ़ में भी इस संबंध में शासन के जिम्मेदारों को स्वास्थ्य की दृष्टि से डीजे पर प्रतिबंध लगाने के संबंध में अवगत कराया है। बावजूद इसके डीजे पर अंकुश नहीं लगने के कारण हालात बद से बदत्तर होते जा रहे हैं।