राजधानी में अपराधों में हो रहे इजाफे पर नियंत्रण के लिए डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश..
रायपुर। लगातार प्रदेश में अपराधों की संख्या में हो रहे इजाफे पर पुलिस प्रदेश मुखिया यानि की डीजीपी छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के समस्त रेंज के आईजी, डीआईजी एवं जिलों के पुलिस अधीक्षकों को लगातार मानिटरिंग कर अपराधों पर नियंत्रण के लिए कड़े निर्देश दिए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार अपहरण लूटपाट, अनाचार, डकैती एवं घरेलू हिंसा पर मिलने वाली शिकायतों के मद्देनजर डीजीपी ने तमाम लिखित शिकायतों के आधार पर पुलिसिंग के मामले में सभी चौक चौराहों में लगे सीसीटीवी के जरिये अपराधियों पर नियंत्रण के लिए 24 घंटे मानिटरिंग किए जाने के निर्देश पुलिस अमले को दिए हैं। हॉल ही विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी नेताप्रतिपक्ष द्वारा प्रदेश को अपराधगढ़ में तब्दिल होने का हवाला देते हुए सरकार की घेराबंदी की गई थी। वहीं विपक्षी दलों द्वारा भी बढ़ते अपराधों पर छत्तीसगढ़ पुलिस को ही अनेक मौकों पर आरोपित किया गया। तमाम स्थितियों पर गौर करने के उपरांत अपराधों पर नियंत्रण के मामले में डीजीपी ने कड़ा रूख अपनाया है। अनेक पुलिस अधिकारियों ने डीजीपी के कड़े रूख को देखते हुए अपने-अपने क्षेत्र में अपराधों पर नियंत्रण के लिए सक्रियता बरतनी शुरू कर दी है। वहीं डीजीपी डीएम अवस्थी ने अपने जारी आदेश में साफ शब्दों में कहा है कि पुलिस की पहली प्राथमिकता आमजनों की सुरक्षा है। सुरक्षा के मामले में कोताही बरतने पर संबंधित दोषी पुलिस अधिकारी/कर्मी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के साथ ही निलंबन की कार्यवाही दोष सिद्ध होने पर तत्काल की जाएगी। डीजीपी ने अपने निर्देश में यह भी कहा है कि वे अचानक किसी भी थाना क्षेत्र में आकस्मिक निरीक्षण करेंगे। थाना अथवा एसपी कार्यालय में लंबित शिकायतों का निवारण नहीं होने पर वे जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही करेंगे। साथ ही समय-समय पर किसी भी थाने का निरीक्षण करेंगे।