सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद क्या बोले सीएम केजरीवाल और प्रियंका गांधी?
नई दिल्ली, कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद सरकार ने मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया. यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद लिया गया.
I am glad 12th exams have been cancelled. All of us were very worried abt the health of our children. A big relief
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 1, 2021
इस फैसले के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है. अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ""मुझे खुशी है कि 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है. हम सभी अपने बच्चों की सेहत को लेकर फिक्रमंद थे. ये बड़ी राहत है."
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, "12वीं के छात्रों को अपनी आवाज़ सुनाने के लिए मुबारकबाद. सभी अनिश्चितताओं और तनावों के बाद, आप आज आराम करना और जश्न मनाना डिज़र्व करते हैं. सभी के सुखद, स्वस्थ और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं."
Congratulations, students of class 12 for making your voices heard. After all the uncertainty and stress, you deserve to relax and celebrate today!
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 1, 2021
All the best for a happy, healthy and bright future ahead.#cbseboardexams
फैसले पर प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह फैसला छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने कहा, ‘‘छात्रों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इससे किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है.’’
उन्होंने कहा कि परीक्षा को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की उत्सुकता को समाप्त किया जाना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे तनाव भरे माहौल में छात्रों को परीक्षा में शामिल होने को लेकर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए.
इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.