छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

क्या लड़के ने सचमुच फास्टैग को स्कैन कर उड़ा लिए पैसे? फैक्ट चेक में सामने आई ये सच्चाई

क्या लड़के ने सचमुच फास्टैग को स्कैन कर उड़ा लिए पैसे? फैक्ट चेक में सामने आई ये सच्चाई
Share

सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाया जा रहा है कि एक लड़का गाड़ी का शीशा साफ करने के बहाने अपने हाथ में बंधी स्मार्टवॉच से फास्टैग को स्कैन कर लेता है. जैसे ही गाड़ी में बैठे शख्स को भनक लगती है वो उसे पकड़ने के लिए दौड़ता है लेकिन तब तक लड़का वहां से भाग जाता है. वीडियो बनाने वाले शख्स अब यह दावा कर रहे हैं स्मार्टवॉच से फास्टैग को स्कैन कर पैसे चुराने का नया स्कैम चल पड़ा है. जब से वीडियो सामने आया है सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है और यूजर्स भी इसे खूब शेयर कर रहे हैं.


क्या है हकीकत?
लड़के का वीडियो वायरल होने के बाद से ही दावा किया जा रहा है उसने घड़ी से फास्टैग को स्कैन कर लिया और इसी तरह से आजकल पैसे उड़ाए जा रहे हैं. लेकिन हकीकत में ऐसा मुमकिन नहीं है. क्योंकि कोई भी आपका फास्टैग ऐसे ही स्कैन नहीं कर सकता है. फास्टैग से पेमेंट सिर्फ एप्रूव्ड मर्चेंट्स को ही हो सकती है. किसी अनऑथराइज्ड डिवाइस के लिए पेमेंट निकालना मुमकिन नहीं है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद फास्टैग, पेटीएम और सरकार की तरफ से इस दावे को फर्जी करार दिया गया है.
पीआईबी फैक्ट चेक ने भी बताया फर्जी
जब इस वीडियो की जानकारी सरकारी संस्था पीआईबी फैक्ट चेक तक पहुंची तो उन्होंने भी सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे दावे को फर्जी बताया है. वैसे सोचने वाली बात यह भी है कि अगर सिर्फ घड़ी से फास्टैग को स्कैन करने से ही फैसे कटते तो पार्किंग में खड़ी गाड़ियों में भी ये फ्रॉड हो सकता है. वहां से भी फास्टैग को स्कैन कर पैसे उड़ाए जा सकते हैं.


पेटीएम और फास्टैग ने भी बताया फेक
पेटीएम और फास्टैग ने भी इस वीडियो को फेक बताते हुए लिखा है, एक वीडियो में पेटीएम, फास्टैग को लेकर गलत सूचना फैलाई जा रही है. एनईटीसी दिशानिर्देशों के अनुसार फास्टैग भुगतान केवल रजिस्टर्ड व्यापारी ही कर सकते हैं.


ये रहा निष्कर्ष:
– सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो पूरी तरह से फर्जी है.
– इस तरह के ट्रांजेक्शन संभव नहीं हैं
– सभी टोल प्लाजा के पास एक यूनिक कोड होता है.

 


Share

Leave a Reply