विमान-रेल यात्रियों को कोरोना आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट मुहैया कराने में फ़र्जीवाड़ा चिंताजनक : नेताम
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के संसद सदस्य (राज्यसभा) ने विमान और रेलगाड़ियों से देश के विभिन्न स्थानों की यात्रा करने वाले यात्रियों को आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट मुहैया कराने में हो रहे फ़र्जीवाड़े के ख़ुलासे को चिंताजनक बताते हुए कहा है कि एक ओर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में इज़ाफ़ा हो रहा है, बिना बैक-अप मैनेज़मेंट के प्रदेश में शुरू कर दी गई शालाओं में अध्ययनरत विद्यार्थी कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं, वहीं अब यह ताज़ा ख़ुलासा बताता है कि प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मामले में शर्मनाक लापरवाही बरत रही है।
भाजपा संसद सदस्य श्री नेताम ने हाल ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को एक पत्र लिखकर कोरोना की रोकथाम के मामले में प्रदेश सरकार और उसकी प्रशासनिक मशीनरी द्वारा बरती जा रही गंभीर लापरवाहियों पर ध्यान आकृष्ट कर समुचित कार्रवाई करने की बात कही थी। श्री नेताम ने कहा कि प्रदेश सरकार और आला नौकरशाहों की नाक के नीचे राजधानी में निजी लैब वालों ने अँधेरगर्दी मचा रखी है, जिसके व्यापक दुष्परिणामों की आशंका को अनदेखा-अनसुना नहीं किया सकता; लेकिन प्रदेश सरकार झूठी वाहवाही कराके चैन की बंसी बजाने में ही मशगूल है। श्री नेताम ने कहा कि यह नेगेटिव रिपोर्ट देश में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने की दृष्टि से अनिवार्य की गई है, लेकिन इसी नियम की आड़ में प्राइवेट लैब संचालकों ने इसे फ़र्जीवाड़े और लूट का सुनहरा अवसर बना लिया है। निजी लैब में महज़ हज़ार-दो हज़ार रुपयों में आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट मुहैया कराने का चल रहा गोरखधंधा तत्काल बंद हो ताकि देश में एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा सुरक्षित और संक्रमण-मुक्त हो। सांसद श्री नेताम ने कहा कि एक तो प्रदेश सरकार कोरोना महामारी को लेकर यूँ भी दुर्भावनापूर्ण नज़रिया रखे हुए है। कोविड गाइडलाइन की धज्जियाँ जिस सरकार के मंत्री-विधायक तक खुलेआम उड़ाते नज़र आ रहे हैं, उस सरकार में क्या यह नैतिक बल शेष रह गया है कि वह प्रदेशवासियों से कोविड गाइडलाइन का पालन करा सके? ऐसे हालात में आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के नाम पर मची अंधेरगर्दी प्रदेश सरकार के नाकारापन का जीता-जागता प्रमाण है।