छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

नगर निगम चुनाव में चंद दिन शेष, वार्डों में बढ़ा प्रत्याशियों का प्रचार प्रसार

नगर निगम चुनाव में चंद दिन शेष, वार्डों में बढ़ा प्रत्याशियों का प्रचार प्रसार
Share

रायपुर | नगर निगम चुनाव एवं नगर पालिका चुनाव में अब मतदान के लिए केवल 7 दिन बचे हैं। 21 को होने वाले चुनावी समर के लिए मुख्य राजनीतिक दल भाजपा, कांग्रेस, बसपा, जकांछ एवं निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव प्रचार में राजधानी रायपुर सहित अपने-अपने वार्डों में सुबह से ही देर रात तक चुनाव प्रचार कर रहें हैं। मतदाताओं के अनुसार नगर सेवक सरकार के गठन में प्रदेश एवं राष्ट्रीय मुद्दे अहम न होकर स्थानीय मुद्दे ही मतदान का आधार बनेंगे। गत पांच वर्षों में जिन पार्षदों ने अपने वार्ड में सक्रियता दिखाई है उनकी वापसी की संभावना है। वहीं भाजपा एवं कांग्रेस ने कुछ वार्डों में नये चेहरों पर दांव लगाया है। नगर निगम चुनाव में इस बार नजारा अन्य वर्षों की तुलना बिलकुल अलग है। दोनों ही दलों के समर्पित कार्यकर्ता जिन्हें लोग जानते पहचानते हैं। वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दोनों ही दलों के वोट काटेंगे। आधी आबादी बहुल वार्डों में प्रत्याशियों की जीत चुनौती है। 

पार्षद चुनाव के साथ ही महापौर के पद के लिए अनेक दावेदार सामने आए हैं। यहां पर भी जीते हुए निर्दलीय पार्षदों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। दोनों ही दलों के वरिष्ठ नेता निर्दलीय पार्षदों को मनाने में विफल रहे हैं। मतदाताओं के अनुसार चुनावी गणित बिगाडऩे के लिए दोनों ही दलों के असंतुष्ट भीतरघात करने पर आमादा है। 
 

Share

Leave a Reply