तफरीह कार्यक्रम के लिए बनाए गए स्टेज से टकराकर हुए हादसे के लिए भिलाई महापौर देवेन्द्र यादव के खिलाफ दर्ज हो एफआईआर: उपासने
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने भिलाई टाऊनशिप के सेंट्रल एवेन्यू रोड पर एक हादसे में 52 वर्षीय गणेश सेन की मौत पर प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और महापौर देवेन्द्र यादव पर जमकर निशाना साधा है। श्री उपासने ने कहा कि हादसे के बाद भी महापौर और प्रदेश सरकार के मंत्री का आचरण मानवता को शर्मसार करने वाला रहा है।
श्री उपासने ने कहा कि भिलाई में हर रविवार को महापौर देवेन्द्र यादव की पहल पर तफरीह कार्यक्रम के लिए बनाए गए स्टेज से टकराकर बाइक सवार गणेश सेन की मौत हो गई जबकि उसके एक साथी शिवचरण साहू को गंभीर दशा में अस्पताल में भर्ती कराया गया। कार्यक्रम के लिए बीच सड़क पर स्टेज बनाया गया और स्ट्रीट लाइट बंद होने के कारण स्टेज नहीं दिखने पर यह हादसा हुआ। शर्मनाक पहलू इस घटनाक्रम का यह है कि रात ढाई बजे यह हादसा हुआ और सुबह छह बजे महापौर यादव और प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू तफरीह कार्यक्रम में शामिल होकर मनोरंजन करते दिखे। इधर सरकार और राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस और प्रशासन के अधिकारी इस घटना से पल्ला झाड़ रहे हैं और इसे एक सामान्य सड़क दुर्घटना बताकर मामले की लीपापोती करने में लगे हुए हैं। श्री उपासने ने पूरे आयोजन को लेकर निगम और प्रशासन की भूमिका की जांच की मांग की है।
भाजपा प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि अब इस पूरे आयोजन व कार्यक्रम की जिम्मेदारी कोई नहीं ले रहा है और कलेक्टर , एसपी, बीएसपी प्रबंधन और निगम प्रशासन अपनी-अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। निगम आयुक्त तफरीह को निगम का कार्यक्रम मानने तैयार नहीं है जबकि निगम उपायुक्त ने एसडीएम को 06 दिसम्बर को पत्र लिखकर अनुमति मांगी थी जिसकी प्रतिलिपि सीएसपी और टीआई को भी भेजी गई हैं। बीएसपी ने आयोजन की अनुमति नहीं देने की बात कही है। अब सवाल यह है कि जब प्रशासन किसी भी स्तर पर आयोजन को लेकर अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है तो प्रदेश के गृह मंत्री बिना प्रोटोकाल और सुरक्षा व्यवस्था के इस कार्यक्रम में कैसे पहुंचे? क्या प्रशासन की जानकारी के बिना किसी मंत्री का कार्यक्रम यूं ही तय हो जाता है? यदि ऐसा है तो यह भी एक गंभीर विसंगति और चूक का प्रमाण है। इन सबसे अधिक शर्मनाक तो यह है कि प्रशासन की जानकारी में होने के बावजूद भी इस मामले को सामान्य हादसा बताने की कोशिश की जा रही है ताकि महापौर और गृह मंत्री के अमानवीय आचरण पर पर्दा डाला जा सके।
भाजपा श्री उपासने ने इस मामले में महापौर देवेन्द्र यादव को सीधे तौर पर जिम्मेदार बताते हुए इस हादसे के लिए महापौर यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने मृतक गणेश सेन के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजे के तौर पर देने की मांग भी की है। इस तरह हादसे में घायल शिव को भी समुचित चिकित्सा सुविधा व आर्थिक सहायता मुहैया कराने की मांग की है।