नए रोग से पीड़ित पहला रोगी पहुंचा अस्पताल, जान लीजिए कौन सा रोग है और कितना खतरनाक है...
कानपुर। शहर में पहली बार डेंगू से मिलते जुलते नए रोग से पीडि़त एक महिला रोगी मिली है, जिसे इलाज के लिए दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में भेजा गया, जहां उसका इलाज किया गया। इस रोग की दस्तक से शहर के डॉक्टर भी चिंतित हैं। उनका मानना है कि अगर इस रोग को फैलाने वाला पिस्सू शहर में आ गया है तो रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ेगी, जिस पर कंट्रोल करने के इंतजाम शहर में नहीं हैं।
खतरनाक है स्क्रब टाइफस-
यह खतरनाक बीमारी रिके टशिया सुसुगामूशी नामक बैक्टीरिया से होती है। यह बैक्टीरिया माइट के लार्वा से फैलता है। इस रोग को फैलाने वाली पिस्सू प्रजाति की यह माइट खेतों के चूहों और झाडिय़ों में रहती है। माइट के लार्वा में यह बैक्टीरिया रहता है। लार्वा के काटने पर यह संक्रमण फैल जाता है।
जान लीजिये रोग के लक्षण-
स्क्रब टाइफस नामक इस रोग में बुखार के साथ सिरदर्द भी होता है। इसके अलावा मरीज के शरीर में तेज दर्द और खांसी के साथ पेट खराब हो जाता है। लार्वा के काटने के स्थान पर चकत्ते पड़ जाते हैं और शरीर में खून का रिसाव होने लगता है और नसों में खून जम जाता है।
लिवर और हार्ट सीधा असर-
इस रोग का शरीर पर असर होते ही सबसे पहला हमला लिवर पर होता है और फिर इसके बाद दिल इसका शिकार बनता है। रोगी का हार्टफेल हो जाता है। बिना इलाज के यह रोग जानलेवा साबित होता है। अगर समय पर इलाज शुरू करा दिया जाए तो एंटीबायोटिक काफी असरकारक होता है।
ऐसे करें बचाव-
स्क्रब टाइफस से बचाव के लिए खेतों और झाडिय़ों से दूर रहें। अगर उनके नजदीक जाने पर लाल चकत्ते पड़ जाएं तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा घरों की चहारदीवारी के नजदीक झाडिय़ों को पानी से धोते रहें। घर के बाहर जहां झाड़ी हो और नमी रहती हो तो वहां पर सफाई रखें।