शासकीयदू. ब. महिला स्नातकोत्तर स्व शासी महाविद्यालय में हरेली त्योहार के उपलक्ष्य में आयोजित की गई व्यंजनप्रतियोगिता
रायपुर, शासकीयदू. ब. महिला स्नातकोत्तर स्व शासी महाविद्यालय, रायपुर के IQAC के तत्वाधान में गृहविज्ञान विभाग द्वारा हरेली त्योहार के उपलक्ष्य में इस दिन बनने वाले विशेष छत्तीसगढी मीठे व नमकीन व्यंजनों की एक ऑनलाइन प्रतियोगिता दिनाँक,08.08.2021को आयोजितकीगई।इसमेंछात्राओंकोकोईभीएकव्यंजनबनाकरउसकीफोटोस्कैनकरइस Google form केसाथ Upload करना था और हरेली त्योहार के बारे में दो लाइन लिखना था।
छात्राओं के विचार
• हरेली किसानों का त्योहार है, इस दिन के साथ खेत पर नहीं जाते हैं बल्कि घर पर रहकर अपने औजारों की साफ-सफाई एवं पूजाकरते हैं औरठेठरी, खुरमी, गुड़काचीला, भजियाआदिपकवानबनातेहैं।
• हरेली तिहार हमर छत्तीसगढ के सबसे पहली तिहार हरे ,लोकपर्व ,छत्तीसगढ के किसान मन के तिहार हरे, पहली किसान मन हा अपन औजार ला जैसा --नागर, कुदारी ,रापा , हसिया, टांगिया येसाबो ला धोके पूजा करथे ,आऊ ठेठरी,खुरमी, गेहूं आटा के चिला बना थे,आऊ गाय मन ला लोंदी खवाई जाथे ,लाइका मन के खेले बर गेड़ी बनाए जथे ,आऊ लोहार मन अपन चौखट में खिला ठोकथे, आऊ राऊत मन लीम के डारा ला घर मन मे लगाते ।
• हरेली छत्तीसगढ़ के सबले बड़े त्योहार हरय। जेमा सब झन मिल के बइला आउ गैति रापा के पूजा करथे। चावल आटा के चिला चढ़ते सबो लईका सियान मन गेड़ी चढ़ते आज के दिन ला हरियाली के ख़ुशी मा मनाये जथे।
• यह छत्तीसगढ़ का त्यौहार है जिसे वहां के किसान परिवार बड़ी धूमधाम से मनाते हैं. उत्तराखंड में यही त्यौहार हराला के नाम से मनाया जाता है. ... हरेली पर किसान नागर, गैंती, कुदाली, फावड़ा समेत कृषि के काम आने वाले सभी तरह के औजारों की साफ-सफाई कर उन्हें एक स्थान पर रखेंगे और इसकी पूजा-अर्चना करेंगे।
• हरेली छत्तीसगढ़ का पहला मुख्य त्योहार है। इस दिन किसान अपने औजारों की साफ सफाई कर उसकी पूजा करते हैं। घर में पकवान बनाए जाते है जैसे गुड़ का चीला, गुलगुला, चावल का चीला,खुरमी आदि। इस दिन बच्चे बड़े गेडी चढ़ते हैं