बोनस दिलाने व् टावर लगाने के नाम पर लोगो से ठग लिए करोड़ो, लड़कियों को ट्रेनिंग देकर लोगो को फसाया जाता था जाल में.
दुर्ग| एक ऐसा मामला सामने आरहा है जहां लोगो को मीठी मीठी बातो में फंसा कर उनसे लाखो की ठगी की जाती थी आपको बता दे की नोएडा में ठगी की फैक्ट्री डालकर विभिन्न राज्यों के लोगों से टावर लगाने व बीमा पॉलिसी का बोनस दिलाने के नाम पर 8 करोड़ की ठगी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने दुर्ग कोर्ट में पेश किया। उनकी दो दिन की और पुलिस रिमांड लेकर वापस लाई। पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपियों ने मुंबई के सहारा बीमा कंपनी के एजेंट को भी लाखों रुपए की चपत लगाई गई है।
एएसपी रोहित कुमार झा ने बताया कि शातिरआरोपी अपूर्व गुप्ता, मंजेश कुमार चौहान, सैयद मोहम्मद फैज और कुंदन कुमार साहू को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से दो दिन की पुलिस रिमांड ली गई। आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। रोज नए खुलासे सामने आ रहे है। अभिषेक कुमार सिन्हा व अपूर्व गुप्ता ने मुंबई की सहारा बीमा कंपनी के मैनेजर हरि स्वरूप पांडेय से 42 लाख रुपए की ठगी की बात बताई है। उसे भी भिलाई की पीडि़ता मनोरमा जैन की तरह प्रलोभन दिया गया। दूरसंचार कंपनी का मोबाइल टावर लगाने के नाम पर 42 लाख रुपए पार कर दिए। इसके पहले मुंबई के आटो चालक सागर को भी 2 लाख रुपए की चपत लगा चुके हैं। हरि स्वरूप भी मुंबई के नागड़ा में एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में है।
लड़कियों को दी जाती थी कॉल करने की ट्रेनिंग-
मुंबई निवासी विपिन ठगों को लोगों का मोबाइल नंबर उपलब्ध करवाता था। एवज में प्रति नंबर 2 रुपए लेता था। ऐसे 5 हजार नंबर उपलब्ध कराया था। कंपनी में करीब 50 लड़के-लड़कियां काम करते थे। उन्हें मोबाइल पर कॉल करने की ट्रेनिंग दी जाती थी। बोलने के लिए कॉपी में मोबाइल नम्बर और स्लोगन लिखकर दिया जाता था। जो व्यक्ति उनकी बातों में आ जाता था, उस नंबर को गोलाकर कंपनी के डायरेक्टर्स को सौंप देते थे। इसके बाद उनसे विभिन्न प्रलोभन देकर झांसे में लेकर ठगी करते थे।
13 लाख रुपए कर लिए ट्रांजेक्शन-
पुलिस ने बताया कि हरि स्वरूप को मंजेश ने फोन किया। उसने कहा कि एमाउंट 42 लाख रुपए लौटा देगा लेकिन उसके लिए नया बैंक खाता खोलना होगा। इनकम टैक्स अधिकारी से बात कर पूरा पैसे उस खाता में डालता जाएगा। साथ ही दूसरे कस्टमर के पैसे उस खाते में आएगा।उसके एवज में 10 फीसदी कमीशन देगा। लेकिन एटीएम नम्बर भेजना होगा। हरिस्वरूप लालच में आकर एटीएम उसके नोएडा कंपनी के पते पर भेज दिया। चार दिन के बाद ही उसके बैंक खाते से 13 लाख रुपए ट्रांसफर हो गया। उसे ठगों ने निकाल लिया। जब हरि स्वरूप ने खाता देखा तब ट्रांजेक्शन 13 लाख का दिखा। जब मंजेश से फोनकर पूछा तो बताया कि इनकम टैक्स अधिकारी से बात हो गई है। कोई जांच नहीं करेगा।
ठगी के पैसो से विदेश में मौज-मस्ती-
मास्टर माइंट अभिषेक कुमार सिन्हा और उसकी महिला पार्टनर ने पहले 30 फीसदी की हिस्सेदारी में जमकर लोगों को चपत लगाई। अभिषेक ने ठगी की रकम को खूब लुटाया। इसके बाद महिला पार्टनर की शादी कराई। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उसकी भी शादी धूमधाम से कराया था। इसके बाद जब उसे आभास हो गया कि वह पकड़ा जाएगा। तब वह अपूर्व समेत अन्य को जिम्मेदारी देकर दुबई भाग गया। दुबई बैंक में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करने की जानकारी फेसबुक एकाउंट में डाल दिया, लेकिन वहां पर नौकरी नहीं करता। ठगी के पैसे से विदेश में मौज-मस्ती कर रहा है।