IPO पर इन्वेस्ट करने वाले हो जाए अलर्ट : इस महीने आने वाला है कई बड़ी कंपनियों का आईपीओ, मिलेगा शानदार कमाई का मौका
नई दिल्ली | बीता साल आईपीओ से गुलजार रहा. कुछ ऐसे आईपीओ रहे, जिन्होंने अपने निवेशकों को जबरदस्त कमाई कराई है. हालांकि कई आईपीओ ऐसे रहे जिन्होंने निवेशकों की कमाई ही लुटा दी. लेकिन कुल आईपीओ रिटर्न का औसत देखा जाए तो पिछला साल कमाई वाला ही साबित रहा. इस साल भी स्टॉक मार्केट आईपीओ से गुलजार रहेगा. इस साल कई बड़ी कंपनियों के आईपीओ पाइप लाइन में हैं. कंपनियों को बीते साल की तेजी के बाद इस साल में भी अच्छी रकम जुटाने की उम्मीद है.
इस महीने देश के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी की कंपनी अडानी विल्मर, बाबा रामदेव की कंपनी रुचि सोया (Ruchi Soya IPO) के आईपीओ आने वाले हैं. इनके अलावा गो एयरलाइन्स और एलआईसी जैसे बड़े आईपीओ भी आएंगे. मोबिक्विक का आईपीओ भी इसी महीने आने की उम्मीद है. ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड और ट्रैक्सन टेक्नोलॉजीज़ का आईपीओ भी जल्द ही आएगा.
अडानी विल्मर आईपीओ (Adani Wilmar IPO)
इसी महीने अडानी विल्मर का आईपीओ आने वाला है, जो करीब 4500 करोड़ रुपये का होगा. अडानी विल्मर, अडानी ग्रुप की सातवीं कंपनी होगी जो बाजार में लिस्ट होगी. Adani Wilmar IPO पूरी तरह फ्रेश इश्यू होगा. कंपनी आईपीओ से जुटाये जाने वाले पैसों का इस्तेमाल कर्ज वापस करने और कारोबार को विस्तार देने में करेगी.
अडानी विल्मर कंपनी
Adani Wilmar खाद्य तेल का मशहूर ब्रांड फॉर्च्यून बनाती है. यह कंपनी चावल, सोयाबिन, बेसन, दाल, वनस्पति, खिचड़ी, साबुन, आटा, चीनी समेत दर्जनों सामान तैयार करती है. ज्यादातर सामान Fortune ब्रांच नाम से आते हैं. अडानी विल्मर कंपनी की स्थापना अडानी ग्रुप और सिंगापुर की कंपनी Wilmar कंपनी के साथ ज्वॉइंट वेंचर के तौर पर 1999 में हुई थी. दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी 50-50 प्रतिशत की है.
अडानी विल्मर का खाद्य तेल बाजार में देश में इसका सबसे बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है. इस कंपनी के पूरे देश में 85 स्टॉक प्वाइंट और 5000 डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं. रिटेल मार्केट में इसकी हिस्सेदारी करीब 10 फीसदी है. पूरे देश के करीब 15 लाख रिटेल आउटलेट पर इसका प्रोडक्ट उपलब्ध होता है. अडानी विल्मर का सालाना टर्नओवर 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक का है जिसमें 24 हजार करोड़ रुपये खाद्य तेल बिजनेस से हैं.