CORONA IN INDIA : एक बार फिर भारत में कोरोना की एंट्री, ये दो नए वेरिएंट पसारने लगे पैर    |    छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |

कलयुग में यहाँ दिखा ‘जटायु’! साक्षात रूप देख दंग रह गए लोग, आप भी देखें वीडियो

कलयुग में यहाँ दिखा ‘जटायु’! साक्षात रूप देख दंग रह गए लोग, आप भी देखें वीडियो
Share

 WATCH VIRAL VIDEO : उत्तर प्रदेश से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। इस खबर को सुनकर कई लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है। ऐसा एक पक्षी कानपुर के बेनाझाबर इलाके में पाया गया है। जिसे लोग रामायण काल ​​से जोड़ रहे हैं। आप भी इस पक्षी को देखकर हैरान रह जाएंगे। बेनाझाबर ईदगाह कब्रिस्तान के पास एक दुर्लभ हिमालयन ग्रिफॉन गिद्ध रेस्क्यू किया गया। आप इस पक्षी को देखेंगे तो जटायू जैसा लग रहा है। इस पक्षी को एलन फॉरेस्ट जू के पशु चिकित्सालय में 15 दिन के क्वारंटीन के लिए भेजा गया है।

15 दिन के लिए भेजा गया क्वारंटीन

जिला वन अधिकारी श्रद्धा यादव ने बताया कि गिद्ध को 15 दिन के लिए चिडिय़ाघर के अस्पताल में क्वारंटीन किया गया है। इस संबंध में उन्होंने कहा कि हिमालयी गिद्धों के एक जोड़े के देखे जाने की बात सामने आई है। बेनाझार इलाके में एक और गिद्ध है, उसकी तलाश की जा रही है।चिड़ियाघर के पशुचिकित्सक डॉ नासिर जैदी ने बताया कि पकड़े गए हिमालयन गिद्ध को अन्य पक्षियों से अलग अस्पताल परिसर में रखा गया है। उन्होंने कहा, इसका वजन लगभग 8 किलो है। डॉक्टरों की टीम दुर्लभ गिद्ध की निगरानी कर रही है। चिड़ियाघर में पहले से ही चार हिमालयन ग्रिफॉन गिद्ध हैं।

 

 

उड़ने में असमर्थ 

बेनाझाबर ईदगाह कब्रिस्तान में कुछ लोगों ने इसे देखा, यह गिद्ध उड़ नहीं पा रहा था। जिसके बाद उन्होंने तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी। ग्रिफॉन गिद्ध हिमालय और आसपास के तिब्बती पठार के किनारे पाया जाता है। यह प्रजाति वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत संरक्षित है।


Share

Leave a Reply