छत्तीसगढ़ के मदिरा प्रेमियों ने 8 माह में गटक लिया 173 करोड़ का शराब, जाने पूरी खबर...
पिछले साल की तुलना में इस साल 16 करोड़ अधिक की शराब बिकी
महासमुंद। एक ओर प्रदेश में शराबबंदी की मांग हो रही है वहीं दूसरी ओर शराब की खपत साल बढ़ती जा रही है। ऐसा हम नहीं, आबकारी विभाग के आंकड़े कह रहे है। गत वर्ष आठ माह में जिले में जहां 157 करोड़ की शराब की बिक्री हुई थी वह इस वर्ष बढ़कर 173 करोड़ हो गई है। आबकारी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2018 में अप्रेल से नवंबर तक कुल 157 करोड़ 71820 रूपए की शराब की बिक्री हुई थी जबकि वित्तीय वर्ष 2019-20 में आठ माह के भीतर 173 करोड़ 61 लाख 16650 रूपए की बिक्री हुई है। इस तरह इस वर्ष जिले में 16 करोड़ 10 लाख 44 830 रूपए की अधिक शराब की बिक्री हुई है।
दाम बढऩे से देशी की खपत घटी, अंग्रेजी की बढ़ी-
अंग्रेजी और देशी शराब के दाम बढऩे से जिले में देशी शराब की खपत कम हो गई है। गत वर्ष जहां 1900083.82 प्रूफ लीटर की खपत हुई थी वह इस वर्ष घटकर 13 लाख 52 हजार 289.99 प्रूफ लीटर की खपत हुई है। इस हिसाब से 11 लाख 62 हजार 206.17 प्रूफ लीटर की खपत कम हुई है। वहीं अंग्रेजी की बात करें तो गतवर्ष जहां 8 लाख 66 हजार 237.84 प्रूफ लीटर थी वह बढ़कर 11 लाख 63 हजार 291.5 प्रूफ लीटर हुई। इस तरह अंग्रेजी शराब की खपत में 2 लाख 97 हजार 53.21 प्रूफ लीटर की खपत अधिक हुई है।
गतवर्ष की अपेक्षा राजस्व भी बढ़ा -
विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 92 करोड़ 97 लाख 463 रूपए का राजस्व मिला था जो इस वर्ष बढ़कर 1 अरब 89 लाख 88 हजार 873 रूपए हुआ है। इस तरह विभाग को गतवर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मात्र आठ माह में आठ करोड़ 53 लाख रूपए का अधिक राजस्व मिला है।