खेल मंत्रालय ने खेलो इंडिया योजना को इस वर्ष तक बढ़ाने का निर्णय लिया
नईदिल्ली। खेल मंत्रालय ने “खेलो इंडिया प्रोग्राम” (Khelo India Programme) को 2021-22 से 2025-26 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। मंत्रालय ने वार्षिक कार्यक्रम का विस्तार करने के लिए वित्त मंत्रालय को व्यय वित्त समिति (Expenditure Finance Committee – EFC) ज्ञापन भी प्रस्तुत किया है। वित्त मंत्रालय को प्रस्तुत किये गये ज्ञापन के अनुसार, नई खेलो इंडिया योजना के वित्तीय निहितार्थ 8,750 करोड़ की राशि का अनुमान लगाया गया है। इस कार्यक्रम को यह देखते हुए बढ़ाया जा रहा है कि इस पहल ने देश भर में एक खेल संस्कृति के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। देश भर में खेल संस्कृति के निर्माण के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा खेलो इंडिया पहल शुरू की गई थी। यह पहल खेलों के जमीनी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह युवाओं से सामूहिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से संरचित खेल प्रतियोगिता का आयोजन करती है। इसके अलावा, यह एथलीटों के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित करता है जो ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीत सकते हैं। यह पहल युवा एथलीटों को बड़े पैमाने पर मंच पर अपनी क्षमता साबित करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खेल के महत्व के विचार के अनुरूप भारत में खेल संस्कृति के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस पहल का पहला संस्करण दिल्ली में आयोजित किया गया था। दूसरे और तीसरे संस्करण क्रमशः पुणे और असम में आयोजित किए गए थे। खेलो इंडिया का चौथा संस्करण टोक्यो ओलंपिक के बाद हरियाणा के पंचकुला में आयोजित किया जाएगा। खेलो इंडिया पहल गुजरात के खेल महाकुंभ के आधार पर शुरू की गई थी। इस गुजरात बेस्ड खेल आयोजन की शुरुआत नरेंद्र मोदी ने की थी जब वह राज्य के मुख्यमंत्री थे।