भक्तांबर स्त्रोत का जप अनुष्ठान में जैन समाज के लोगों ने हिस्सा लिया
वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रमण संघ एवं जैन सोशल ग्रुप दुर्ग भिलाई द्वारा महा साध्वी श्री प्रियदर्शना श्री जी के सानिध्य में भक्तांबर स्त्रोत की 48 श्लोक का जाप अनुष्ठान किया प्रत्येक श्लोक का क्या महत्व है इस विषय पर सारगर्भित प्रकाश डाला गया
इस अनुष्ठान को कराने हेतु नागपुर से डॉ मंजू जैन एवं श्रीमती अर्चना जैन विशेष रुप से उपस्थित थे आज के जाप अनुष्ठान कार्यक्रमों में लगभग 500 लोगों ने अपनी शारीरिक बीमारियों के चलते इस जाप अनुष्ठान में हिस्सा लिया इस भक्तांबर स्त्रोत श्लोक की रचना आचार्य मानतुंग आचार्य ने ही भक्तांबर स्त्रोत सभी जैन परंपराओं में सबसे लोकप्रिय संस्कृत प्रार्थना है आचार्य मानतुंगाचार्य को राजा भोज ने जेल में बंद करा दिया था उस जेल में 48 दरवाजे थे जिन पर 48 मजबूत ताले लगे हुए थे तब आचार्य मानतुंग आचार्य ने भक्तांबर स्त्रोत की रचना की हर श्लोक जाप के बाद वहां लगा हुआ ताला टूटता गया मानतुंग आचार्य सातवीं शताब्दी में राजा भोज के काल में हुए हैं मंत्र शक्ति में आस्था रखने वालों के लिए यह एक दिव्य स्त्रोत है इसका नियमित पाठ करने से मन में शांति का अनुभव होता है सुख समृद्धि एवं वैभव की प्राप्ति होती है और शरीर में हुई कई गंभीर बीमारियों का इसके नियमित जाप से असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है
आज आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तलाब दुर्ग मैं जैन सोशल ग्रुप दुर्ग एवं वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रमण संघ के संयुक्त तत्वाधान में या आयोजन किया गया जिसमें जैन समाज के सभी वर्ग के लोगों ने अपनी शारीरिक बीमारियों के लाभ प्राप्ति हेतु इस अनुष्ठान में भाग लिया हर्ष श्लोका उच्चारण और उसके प्रभाव और उसके लाभ का विधिवत वर्णन जनसभा में बताया गया पूरे 48 श्लोक के निमित्त जाप से शारीरिक तकलीफ दूर होती है अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त डॉ मंजू जैन एवं श्रीमती अर्चना जैन इस भक्तांबर स्त्रोत के अनुष्ठान को कई सफल प्रयोगों के साथ इस अनुष्ठान को में कई सफल प्रयोगों के साथ देश विदेश में कई सफल आयोजन कर चुकी हैं श्रमण संघ दुर्ग एवं जैन सोशल ग्रुप के आग्रह पर दोनों साधिका इस अनुष्ठान को कराने दुर्ग आई है जैन सोशल ग्रुप की ओर से इस कार्यक्रम की प्रभारी श्रीमती सुनीता लुनिया ने आयोजित कार्यक्रमों का सुंदर संयोजन किया उनके साथ अध्यक्ष शांति श्री श्री माल राजेश सांखला संतोष दुग्गड दिलीप पीचा निर्मल श्री श्री माल सुशील रुणवाल अभय पारख अजय कोचर अनिल लुनिया का इस आयोजन में विशेष सहयोग रहा श्रमण संघ परिवार दुर्ग के ओर से निर्मल बाफना बंटी संचेती नवीन संचेती पायल बाफना ने शादी का डॉक्टर मंजू जैन एवं अर्चना जैन का स्मृति चिन्ह एवं साल श्रीफल से अभिनंदन किया।