शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में बसंत पंचमी के अवसर पर हुआ काव्य पाठ
रायपुर,शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में बसंत पंचमी के उपलक्ष में बसंत उत्सव अपना-अपना बसंत का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एके जायसवाल के निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम की प्रेरणा स्रोत मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर उषा किरण अग्रवाल थी ।कार्यक्रम के संयोजक डॉ रंजना तिवारी एवं डॉ नरेश पुरी थी। कार्यक्रम का संचालन डॉ रंजना तिवारी ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। तत्पश्चात सरस्वती पूजा पूरे महाविद्यालय परिवार में पूरे विधि विधान एवं हर्षोल्लास के साथ की। कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ उषा के अग्रवाल ने सुंदरकांड की मनोवैज्ञानिक व्याख्या बढ़े ही ज्ञानवर्धक एवं रोचक तरीके से की।
उन्होंने दोहे और चौपाई के साथ मनोवैज्ञानिक कैटल तथा एरिक्सन के द्वारा बताए गए व्यक्तित्व शील गुणों को जोड़कर हनुमान जी राम जी सीता मां के चरित्र का वर्णन किया। उसे साथ ही साथ वर्तमान परिप्रेक्ष्य के साथ जोड़कर छात्राओं की भूमिका किस प्रकार होनी चाहिए इसका भी वर्णन किया। अपना-अपना बसंत कार्यक्रम के अंतर्गत छात्राओं ने काव्य पाठ किया सर्वप्रथम बी ए की छात्रा नौशीन बानो के द्वारा वीरों का कैसा हो वसंत काव्य पाठ किया गया। अपर्णा विश्वकर्मा ने मैथिलीशरण गुप्त की 'नर हो न निराश करो मन को' का पाठ किया। संगीता मेरी ने हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा रचित बसंत आ गया का पाठ किया। सहोदरा साहू ने छत्तीसगढ़ी में काव्य पाठ किया ।लक्ष्मी बरिहा ने सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित' बार बार आती है मुझे मधुर याद बचपन तेरी 'का पाठ किया। गितेश्वरी ने पुष्प की अभिलाषा का पाठ किया। बीकॉम की छात्रा फयका खान ने जगदीश चंद्र माथुर की एकांकी रीड की हड्डी बहुत ही रोचक तरीके से आज के परिपेक्ष में समझाया। वंदना साहू ने कविता पाठ किया।सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की जयंती के अवसर पर अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ सुषमा तिवारी के द्वारा निराला जी के व्यक्तित्व तथा उनकी कविताओं पर संक्षिप्त ज्ञानवर्धक वक्तव्य दिया। उन्होंने बसंत पंचमी पर निराला जी के द्वारा अपने जन्मदिन मनाए जाने की कहानी भी बताइ। आइक्यूएसी इंचार्ज डॉ कविता शर्मा ने भी मां शारदे पर काव्य पाठ किया। इसी कड़ी में गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ संध्या वर्मा अपने स्वर्गीय पिता के द्वारा रचित कविता ,'राष्ट्रीय अस्मिता' शीर्षक पर काव्य पाठ किया। साथ ही पृथ्वीराज चौहान के बलिदान दिवस की भी चर्चा की । भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रवि शर्मा ने अपनी स्वरचित कविता :ऋतु बसंत' का पठन किया। कार्यक्रम का संचालन कर रही डॉ रंजना तिवारी ने प्रेमचंद की बाल मनोविज्ञान पर आधारित कहानी ईदगाह की चर्चा की। समाजशास्त्र विभाग की रंजना पूजा यादव ने अपनी स्वरचित कविता ,,'बेटियां 'का पठन किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ नरेश पुरी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। पूरे कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ सुषमा तिवारी एवं डॉ आशा दुबे का सहयोग रहा। इस कार्यक्रम में सभी वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ उषा किरण अग्रवाल, डॉ संध्या वर्मा, उषा अग्रवाल,डॉ प्रीति पांडे ,डॉ शीला दुबे डॉ कविता शर्मा, डॉ रवि शर्मा डॉ कल्पना झा डॉ प्रभा वर्मा,डॉ चित्रा देशपांडे उपस्थित रहे।