पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी: पुलिस ने उत्तेजक ड्रग म्याऊ-म्याऊ बेचते इंजीनियर को किया गिरफ्तार
भोपाल। पिपलानी पुलिस ने उस समय एक बड़ी कामयाबी मिली जब यह क पुलिसकर्मी पर हमला करने वाले बदमाश की तलाश कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने इंद्रपुरी में तीन युवकों को मादक पदार्थ की तस्करी करते हुए पकड़ा। उनके पास से म्याऊ-म्याऊ ड्रग से लेकर एनएसी (लर्निंग एसिड डाइथिलेमाइट) जैसे पदार्थ शहर में पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में मिले हैं। एसलएसडी जैसा मादक पदार्थ शहर में पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में मुख्य आरोपित मैकेनिकल इंजीनियर है। अन्य दो आरोपित इंजीनियरिंग के छात्र हैं। आरोपित नेशनल ड्रग सप्लायर्स से डार्कनेट (ऑनलाइन ब्राउस) के माध्यम से इसे मंगा रहा था। इसका भुगतान भी बिटकॉ और क्रिपटो करेंसी से होता था। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि उसने इसका पूरा सेटअप लॉकडाउन में तैयार किया था। पिपलानी थाना प्रभारी चैन सिंह के मुताबिक मुखबिर की सूचना पर प्रखर सिंह, ऋत्विक, कौशल ओर आयुष मनवानी को इंद्रपुरी से हिरासत में लिया गया है। थाने लाकर तलाशी ली तो उनके पास से 100 एलएसटी टेबलेट और पांच ग्राम एमडी ड्रग मिला। एक्सटीसी, एमडीएमएस और एमडी तीनों म्याऊ-म्याऊ ड्रग के नाम से जाने जाते हैं। जिसकी कीमत करीब दस लाख के करीब होगी।
राजधानी के तीनों आरोपित एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में साथ पढ़ चुके हैं। प्रखर इनका सीनियर था। पुलिस के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती नेशनल ड्रग्स के सप्लायर्स को ढूंढना है। एलएसडी, एक्सटीसी/एमडीएमए जैसे ड्रग्स का उपयोग पार्टियों में किया जाता है। उसके लिए ही यह ड्रग्स मंगाया गया था। प्रखर के लिए ऋत्विक और आयुष दलाली का काम करते हैं। उसके लिए ग्राहक भी ढूंढकर लाते थे। आरोपित एलएसडी को ही दो हजार रुपए में मंगाकर पांच हजार और एमडीएम की गोली 500 रुपये से लेकर दो हजार रुपए तक में बेच रहे थे।