पुराने रेलवे क्रासिंग में लगातार हुए हादसे के बाद रेल प्रशासन की नींद खुली
महासमुंद। बेलसोंडा के पुराने रेलवे क्रासिंग पर हादसा रोकने रेल पथ विभाग द्वारा फेसिंग वॉल का निर्माण कराया जा रहा है। पिछले एक महीने से इसका निर्माण कार्य चल रहा है। अभी तक चार फीट दीवार का निर्माण हुआ है। दीवार निर्माण के बाद इसमें रिफलेक्टर, लाइटिंग सहित विभिन्न संकेतक बोर्ड लगाए जाएंगे। रेल प्रशासन का दावा है कि फेंसिंग वॉल के निर्माण होने के बाद हादसों में कमी आएगी और रेलवे ट्रैक का भी नुकसान नहीं होगा। पिछले तीन महीने में दो से तीन हादसे हो चुके हैं। रेल पथ विभाग के इंजीनियर आरआर टाकले ने बताया कि हादसे को रोकने के लिए फैसिंग वॉल का निर्माण कराया जा रहा है। ज्ञात हो कि पुराने रेलवे क्रासिंग में लाइटिंग व संकेतक बोर्ड नहीं लगे होने के कारण कई बार हादसे हो चुके हैं। रात में इस मार्ग में सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। एक महीने पूर्व एक चालक ने पुराने क्रासिंग में ट्रक को घुसा दिया था। जिसकी वजह से अप लाइन का ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया था। इस हादसे में रेल प्रशासन को भारी नुकसान झेलना पड़ा था। घंटों रेल परिचालन बाधित हो गया था। इसके कुछ दिन बाद फिर हादसा हुआ था। कार चालक ने नए मार्ग के बजाए पुराने क्रासिंग में कार घुसा दिया था। हालांकि रेत के ढेर पड़े होने के कारण कार ट्रैक तक नहीं पहुंच पाई थी। लगातार हादसे को देखते हुए महासमुंद रेल पथ विभाग के अधिकारियों ने पुराने क्रासिंग पर फेसिंग वॉल का निर्माण करा रही है। टूट रहे रबर ब्रेकर रेलवे क्रासिंग पर लगातार हो रहे हादसे को रोकने के लिए विभाग ने रबर ब्रेकर लगाया था, ताकि क्रासिंग के पूर्व ही वाहनों की रफ्तार धीमी हो और आसानी से नए मार्ग से वाहन पार हो जाए। रबर ब्रेकर को लगाए एक महीने हो गए हैं। ब्रेकर अब उखडऩे लगा है। ब्रेकर के कुछ हिस्से टूटकर उखड़ गए हैं। इससे गाडिय़ों की स्पीड अब बढ़ गई है। फिर से रबर ब्रेकर लगाने की आवश्यकता हैं।