आज से चार माह के लिए विवाह सहित अन्य शुभ कार्यो पर लगी रोक, भगवान विष्णु क्षीरसागर में चार माह तक करेंगे विश्राम
महासमुंद। लॉकडाउन के दौरान मिली छूट के बाद से जारी वैवाहिक कार्यक्रमों का सिलसिला आज से थम जाएगा। इसकी वजह देवशयनी एकादशी है। आज से विवाह, गृह प्रवेश, जनेऊ संस्कार सहित अन्य शुभ कार्यों भी आगामी चार माह संपादित नहीं हो पाएंगे। क्योंकि भगवान विष्णु शयन के लिए चले गए हैं जिससे सभी शुभ कार्य अब चार माह बाद देवउठनी एकादशी से प्रारंभ होंगे।
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी कहा जाता है। इस दिन से श्रीहरि शयन के लिए जाते हैं इस दिन के बाद चातुर्मास या चौमासा शुरू हो जाता है। इन चार महिनों में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। विवाह सहित अब सभी शुभ कार्यों के लिए लोगों को आगामी 25 नवंबर देवउठनी एकादशी का इंतजार करना होगा। क्योंकि भगवान विष्णु इसी दिन जागेेंगे और शुभ कार्यों पर लगी रोक भी समाप्त हो जाएगी। बता दें कि इस साल कोरोना संकट शुरू होने के बाद मार्च और अप्रेल में विवाह के सभी शुभ मुहूर्त में तय हुई शादियां या तो टल गई या फिर लोगों ने एक माह बाद कोरोना संकट काल में ही सम्पन्न कराया।
जिलेभर में हुई 2 हजार से अधिक शादियां-
कोरोना संकट काल में भी इस बार अधिक शादियां हुई है। मई से मिली छूट के बाद लगातार वैवाहिक कार्यक्रमों का सिलसिला जारी रहा जो करीब एक दिन पूर्व थमा है। मई से 11 जून तक करीब 1 हजार से भी अधिक विवाह कार्यक्रम की अनुमति प्रशासन की ओर से दी गई है। इसके बाद 20 दिनों के अंदर ही करीब 1 हजार शादियों के लिए अनुमति लोगों ने लीं और कार्यक्रम संपन्न कराया।