शहर में उड़ता आचार संहिता का मखौल
06 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए आदर्श आचार संहिता लागू कर दी है। सरकारी भवनों व सरकार से ताल्लुक रखने वाले संसाधनों पर ऐसी लिखावट जो पार्टी या जनप्रतिनिधि का प्रचार करती हो ऐसी सभी इबारतों मिटाने का निर्देश सभी विभागों को दिए गए हैं। शहर की सरकारी दीवारों पर लिखे नारे आदि को पुतवाने की जिम्मेदारी सबसे अधिक नगर पालिका की है। नगरपालिका ने अभी अपनी दीवारों और पेयजल परिवहन के लिए उपलब्ध हुए टैंकरों से भी राजनैतिक दल विशेष का प्रचार करने वाली लेखन सामग्री को नहीं मिटाया है। मेला मैदान में नगर पालिका द्वारा संचालित राजीव गांधी सभागार के पास नपा की दीवार पर बहुजन समाज पार्टी के समर्थन में लेखन कार्य हो रहा है और पेयजल परिवहन के लिए सांसद द्वारा दिए गए दो टैंकरों पर भी लिखा सांसद का नाम नपा ने इस तरह मिटाया है कि, वह पुतने के बाद भी साफ दिखाई दे रहा है।