सियासी नौटंकी छोड़ धान खरीदी की मियाद आगे बढ़ाए: भाजपा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा ने कहा कि मौसम की प्रतिकूलता से एक ओर जहां किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर धान खरीदी केन्द्रों में पुख्ता इंतजाम नहीं होने के कारण लाखों मीटरिक टन धान बारिश में भीगकर अंकुरित होने लगा है। श्री शर्मा ने तंज कसा कि प्रदेश के किसान हलाकान हैं और सरकार का खरीदा धान प्रदेश सरकार के निकम्मेपन के चलते बर्बाद हो रहा है लेकिन इसकी चिंता करने के बजाय प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री-मंत्री और कांग्रेस नेता सियासी नौटंकियां खेल रहे हैं।
भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिस तरह वन मैन शो चला रहे हैं, उसके चलते प्रदेश के किसान खून के आंसू रोने के लिए विवश हो गए हैं। धान खरीदी के मामले में फिसड्डी साबित हुई प्रदेश सरकार अब भी मौसम की प्रतिकूलता के बावजूद किसानों के प्रति संवेदनशील नजरिया अपनाने को तैयार नहीं है। धान खरीदी को लेकर अब भी किसानों के आंदोलित होने की खबरें सुर्खियों में हैं और सरकार की बदनीयती व मौसम की प्रतिकूलता के चलते किसान धान खरीदी की समय सीमा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं लेकिन प्रदेश सरकार के कानों में जूं नहीं रेंग रही है और वह समय-सीमा बढ़ाने-न बढ़ाने की मंत्रियों की जुबानी-जंग का सियासी ड्रामा खेलकर किसानों की चिंता बढ़ाने में लगी है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार को हर बार अपनी नाकामियों का ठीकरा केन्द्र सरकार पर फोड़ने की नाकारा कोशिशों से अब तो बाज आना चाहिए क्योंकि प्रदेश के सभी किसानों का पूरा धान 25 सौ रुपए की दर पर खरीदना प्रदेश सरकार का जिम्मा है और वह इससे पल्ला झाड़ने की अपने बदनीयती का परिचय नहीं दे सकती।
भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल एयर इंडिया और रेल के बिकने की झूठी बातें करके सवाल करने के बजाय प्रदेश के किसानों का पूरा धान खरीदने धान का पूरा दाम चुकाने, दो साल का बकाया बोनस देने और अपने खरीदे गए धान की सुरक्षा पर उठ रहे सवालों का उत्तर ढूंढ़ें तो यह प्रदेश व प्रदेश सरकार के हित में होगा। भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार को हर बार कोसने के मनोरोग का परिचय देते मुख्यमंत्री, मंत्री और कांग्रेस के नेता भाजपा नेताओं को कोसने के बजाय अपना गिरेबां देखें, जिनके सालभर के शासन में न केवल आदिवासी-किसान, बल्कि प्रदेश का हर वर्ग खुद को ठगा-सा महसूस कर रहा है। श्री शर्मा ने प्रदेश सरकार से धान खरीदी की मियाद 15 मार्च तक बढ़ाने की फिर एक बार पुरजोर मांग की।