अजीबो गरीब मामला : इस गंदी हरकत के कारण ताले में फंसा युवक का प्राइवेट पार्ट
एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। एक व्यक्ति का प्राइवेट पार्ट अचानक ताले में फंस गया। फिर लोक लाज में चिल्ला भी नहीं पा रहा था। फिर किसी तरह घर वालों को बताया। फिर इलेक्ट्रिक कटर से काटा गया। उस व्यक्ति ने इस घटना की वजह से हमेशा के लिए अपना प्राइवेट पार्ट खो दिया।
बता दें कि थाईलैंड की राजधानी बैंकाक का मामला है। दरअसल 38 साल का एक कुंवारा युवक छोटे ताले के साथ मास्टरबेट कर रहा था और उसी दौरान उसने उस ताले की चाभी खो दी जिसके बाद लोहे के उस पैडलॉक में उसका प्राइवेट पार्ट जकड़ गया और वो फूलने लगा। युवक ने करीब दो हफ्ते तक दर्द में समय में बिताया और इस बात को अपनी मां से भी छुपा कर रखा।
इस दौरान युवक ने उस छोटे पैडलॉक को हटाने की भरपूर कोशिश की लेकिन असफल रहा। 14 दिनों तक उस ताले में ही फंसे रहने की वजह से उसका प्राइवेट संक्रमित हो गया और असहनीय दर्द होने लगा। इसके बाद युवक को मां ने अस्पताल में भर्ती कराया।
अपने बेटे की इस हरकत से शमिंर्दा मां ने डॉक्टरों को बताया कि उसका बेटा कुंवारा है और उसे अपना प्राइवेट पार्ट छोटे-छोटे छेदों में डालना पसंद है जिस वजह से ये समस्या हुई है। युवक की मां ने घर पहुंचे आपातकालीन सेवा के सदस्यों को बताया कि उसके बेटे की कोई प्रेमिका नहीं थी और वह कोरोना महामारी के दौरान ज्यादातर समय घर पर रहने की वजह से ‘ऊब’ रहा था।
बता दें कि थाईलैंड की राजधानी बैंकाक का मामला है। दरअसल 38 साल का एक कुंवारा युवक छोटे ताले के साथ मास्टरबेट कर रहा था और उसी दौरान उसने उस ताले की चाभी खो दी जिसके बाद लोहे के उस पैडलॉक में उसका प्राइवेट पार्ट जकड़ गया और वो फूलने लगा। युवक ने करीब दो हफ्ते तक दर्द में समय में बिताया और इस बात को अपनी मां से भी छुपा कर रखा।
इस दौरान युवक ने उस छोटे पैडलॉक को हटाने की भरपूर कोशिश की लेकिन असफल रहा। 14 दिनों तक उस ताले में ही फंसे रहने की वजह से उसका प्राइवेट संक्रमित हो गया और असहनीय दर्द होने लगा। इसके बाद युवक को मां ने अस्पताल में भर्ती कराया।
अपने बेटे की इस हरकत से शमिंर्दा मां ने डॉक्टरों को बताया कि उसका बेटा कुंवारा है और उसे अपना प्राइवेट पार्ट छोटे-छोटे छेदों में डालना पसंद है जिस वजह से ये समस्या हुई है। युवक की मां ने घर पहुंचे आपातकालीन सेवा के सदस्यों को बताया कि उसके बेटे की कोई प्रेमिका नहीं थी और वह कोरोना महामारी के दौरान ज्यादातर समय घर पर रहने की वजह से ‘ऊब’ रहा था।
पीड़ित युवक की मां ने कहा, ‘मेरा बेटा अंतमुर्खी है और उसकी कोई प्रेमिका नहीं है। उसने मुझसे कहा कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह ऊब गया था और वह अपने प्राइवेट पार्ट को छोटे-छोटे छेदों में डालना पसंद करता था। मुझे इस तरह शमिंर्दा करने के लिए मैं उस पर गुस्सा थी और मैंने उसे दोबारा ऐसा नहीं करने के लिए कहा।
अस्पताल में दर्द से बेचैन युवक के प्राइवेट पार्ट को ताले से निकालने के लिए डॉक्टरों ने इलेक्ट्रिक कटर का उपयोग किया और तीस मिनट की मशक्कत के बाद लोहे की उस पतली शीट (ताला) को काटकर बाहर निकाला। इसके बाद भी दर्द को खत्म करने के लिए एंटीबायोटिक क्रीम पेनिसिलिन की गोलियां दीं गई।